सब बजारु म निनि सुणेन्दा तान्दि का गीत गौं मा नि सुणेन्दा बाजूबन्द डाण्डि कांण्ठियूं म नि सुणेन्दी बल्दू की...
Uttarakhand
हादसों का दर्द यूं तो हररोज ही होते हैं हादसे हमारे आसपास रोज ही अखबारों की सुर्खियां होते हैं कुछ...
वक्त कैसा भी हो गुज़र ही जाता है दर्द कैसा भी हो रह ही जाता है, ज़ख्म कैसा भी हो...
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में सोमवार की सुबह बस के खाई में गिरने से 36 लोगों की मौत हो गई।...
अँधेरे मिटें रोशनी जगमगाए। रौनक ही रौनक ढेर घर में समाए।। बढ़े खुशहाली पाएं धन मान काफी। ख़ुशी देने लक्ष्मी...
तम गहराता रहा। दीया जलता रहा। सवेरा होने तक यह अखंड जलेगा। रात की आंखों में बैरी - सा खलेगा।...
कितने सागर डूबे जिसमें । उन्हीं नयनों का नीर हूं मैं॥ हर पल जो जी रहा है डर -डर के।...
बेटियाँ सशस्त्र हो, न कोई अब निशस्त्र हो मातृशक्ति एक हो, जो न्यायहित में नेक हो। कदम कदम में दुष्ट...
हम दोनों को हम दोनों जैसे बहुत मिलेंगे, बस हम ही एक दूजे को ना मिल पायेंगे, सफ़र करते करते...
प्यासा तेरे द्वार पर अपनी आन बान और शान पर नित, सागर क्यूं इठलाए। प्यासा तेरे द्वार पर, प्यासा ही...