हाय रे न्याय व्यवस्था मेरे मुल्क की ये क्या हो गयी, निर्दोष मर गया और ये दुनिया निर्मोही हो गयी,...
युवमंच
ये जो मैं तुमको सरल और सहज दिख रहा हूँ, आज के इस महेंगे समाज में बड़ा सस्ता बिक रहा...
लो जी फिर उठ गये हम, कुछ फ़र्ज और कुछ कर्तव्य और कुछ ख़्वाबों को पूरा करने के लिये फ़िर...
बेटियाँ सशस्त्र हो, न कोई अब निशस्त्र हो मातृशक्ति एक हो, जो न्यायहित में नेक हो। कदम कदम में दुष्ट...
परमाणु छाया में मानवता जब संसार हुआ विकट, स्वार्थ में लीन, नैतिकता खो चुकी, मनुष्य हुआ अधीन। पर्यावरण का संकट,...
उत्तराखंड में सेवायोजन विभाग की ओर से चलाई जा रही 'मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना' राज्य के युवाओं...
बचपन का वो पेड़ वह समय नहीं, एक सुनहरा समय था। बचपन की वो सारी यादें, उस पेड़ में समाई...
भारत-रूस: मित्रता का अटूट संकल्प स्वतंत्र भारत, चुनौतियों का सागर, सामने खड़ा था संघर्ष का पर्वत। अशिक्षा, गरीबी, जाति का...
मेरे प्रिय शिक्षक हाथ पकड़कर हमें लिखाते। अक्षर अक्षर हमें सिखाते। देकर हम बच्चों को शिक्षा। हमको इक दिन बड़ा...
मानवता पर छाया संकट, हिटलर जब सत्ता में आया। वैज्ञानिकों पर चिंता गहरी, जब परमाणु विखंडन ने पथ दिखाया। फिर...