खून जब बहा धर्म के नाम कल पुलवामा आज पहलगाम, मचाया किसने ये कोहराम मची है चहुंदिश चीख पुकार, खून...
साहित्य
ओ छोरी विमला, हाय छोरी विमला। पढ़ि ले अआ-कख, लेखि ले इमला।। ओ छोरी... पढ़ि-लेखि बेर विमु, मिटलो अज्ञान। पढ़न-लेखन...
बहुत ज्यादा सोचने वाले लोग खुद के लिए बुरे होते हैं खुद को विचारों के आगोश में थामे नहीं दे...
चलो आज एक सवाल पूछता हूँ, तुम्हारा ध्यान समाज की ओर खींचता हूँ, सत्ता में बैठे सरकारी रोटी सेंकने वालों,...
छोड़ो लौंडे की यारी जैसे गधे की सवारी सीधी साधी बात भारी कहती है यह दुनिया सारी छोड़ो लौडे की...
हिंदी के जाने माने कथाकार सुभाष पंत का आज सोमवार सात अप्रैल की सुबह देहरादून में अपने डोभालवाला स्थित आवास...
केवट का उद्धार किया, रावण का संहार किया, जब हरि ने श्री राम रूप में अवतार लिया, माता कौशल्या की...
गुरु गुरु गुरु गुरु गुरु गुरु गुरु गुरु गुरु गुरु गुरु गुरु गुरु नहीं मिले नहीं मिले नहीं मिले नहीं...
खुद की खामोशी में छिपे शोर से एक रोज रिहा हो जाएंगे जब तब बताएंगे पहचाना तो सही थोड़ा जान...
होली के रंग जीवन के ढंग वसन्त जीवन का जीवन के भी होली की तरह कई रंग जीवन के भी...
