उत्तराखंड में तीसरे विकल्प की संभावना को लेकर उत्तराखंड लोकतांत्रिक मोर्चा की बैठक में हुई चर्चा, दलों से मांगी उम्मीदवारों की सूची
उत्तराखंड में भाजपा और कांग्रेस को टक्कर देने के लिए मजबूत तीसरे विकल्प के प्रयास में उत्तराखंड लोकतांत्रिक मोर्चा की मुहिम जारी है। इसके तहत आज विभिन्न दलों के नेताओं के साथ बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई।

देहरादून में राजपुर रोड स्थित एक होटल में आयोजित बैठक में उत्तराखंड क्रांति दल, राष्ट्रीय लोकनीति पार्टी, जनसेवा मंच, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी, राज्य स्वराज पार्टी, राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन पार्टी, राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी, जय महाभारत पार्टी के कुछ लोग भौतिक रूप से उपस्थित हुए और कई लोग वर्चुअली जुड़े। बैठक में आगामी चुनाव में आम सहमति से उम्मीदवारों की सूची तैयार करने पर चर्चा की गई। साथ ही जोर दिया गया कि चुनाव में आपस में बटने की बजाय संयुक्त प्रत्याशियों को मैदान में उतारा जाए।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मोर्चा संयोजक एवं पूर्व आइएएस एसएस पांगती ने कहा कि तीसरे मोर्चे को मजबूत बनाने के लिए सभी की एकजुटता जरूरी है। राष्ट्रीय लोकनीति पार्टी ने अपना विकास मॉडल हिमाचल की तर्ज में बनाने की रणनीति पर जोर दिया। कहा कि यदि हम यूपी की तर्ज पर आपस में बटे नजर आएंगे तो सभी दलों को नुकसान होगा। इसलिए छोटे छोटे दलों को मिलकर ही चुनाव में उतरना होगा। इस मौके पर सभी दलों से प्रत्याशियों की सूची मांगी गई। ताकी उनके नामों पर संयुक्त सहमति बनाई जा सके।
बैठक में मोर्चा संयोजक पीसी थपलियाल, राज्य जन सेवा मंच से पूर्व आइएफएस जय राज, यूकेडी उपाध्यक्ष एवं चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष ललित बिष्ट, डॉ. वसंत ओली, राष्ट्रीय लोकनीति पार्टी के एलसी शर्मा भौतिक रूप से जुड़े। वहीं, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के महासिचव प्रभात ध्यानी, राज्य स्वराज पार्टी से देवेश्वर, जय महा भारत पार्टी से गणेश जोशी आदि वर्चुअली जुड़े।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।