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December 19, 2024

विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में हारे किदांबी श्रीकांत, जीत लिया दिल, सिल्वर जीतने वाले पहले भारतीय

भारतीय शटलर किदांबी श्रीकांत रविवार को विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं। फाइनल मुकाबले में किदांबी श्रीकांत का मुक़ाबला सिंगापुर के लोह किन येयू से हुआ।

भारतीय शटलर किदांबी श्रीकांत रविवार को विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं। फाइनल मुकाबले में किदांबी श्रीकांत का मुक़ाबला सिंगापुर के लोह किन येयू से हुआ। लोह ने इस मुकाबले में श्रीकांत को 21-15 और 22-20 से हरा दिया। इस मैच को हारने के बावजूद किदांबी ने भारतीयों का दिल जीत लिया। वहीं, भारत के उत्तराखंड में अल्मोड़ा निवासी लक्ष्य सेन भी इस प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने में सफल रहे। ऐसे में भारतीय खिलाड़ी दो पदक लेकर देश लौट रहे हैं।
किदांबी श्रीकांत ने भारतीय पुरुष बैडमिंटन की दुनिया में इतिहास रच दिया है। उन्होंने स्पेन के हुएलवा में चल रही इस चैंपियनशिप के सेमी फाइनल में हमवतन लक्ष्य सेन को एक घंटा और आठ मिनट के मैच में 17-21, 21-14 और 21-17 से हराया। यह पहला मौका है, जब भारतीय पुरुष खिलाड़ी इस चैंपियनशिप में दो पदकों के साथ लौट रहे हैं। पहली बार विश्व चैंपियनशिप में भाग लेने वाले लक्ष्य सेन का कांस्य पदक जीता। श्रीकांत ने भी सिल्वर मेडल जीत लिया है।
पहले भी हो चुका था लोह किन येयू से मुकाबला
किदाम्बी श्रीकांत और लोह किन येयू इससे पहले एक बार आमने सामने हुए हैं। उस मैच में श्रीकांत ने बाजी मारी थी। 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में श्रीकांत का सामना सेमीफाइनल में येयू से हुआ था। तब भारतीय शटलर ने 21-17, 21-14 से जीत दर्ज की थी।
मेडल जीतने वाले चौथे भारतीय
28 वर्षीय श्रीकांत इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने थे। इससे पहले भारत को पुरुषों के सिंगल्स वर्ग में 3 मेडल मिले थे। साल 1983 में प्रकाश पादुकोण और 2019 में बी साई प्रणीत ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया था, जबकि लक्ष्य सेन को इस वर्ष ब्रॉन्ज मेडल मिला। ओवरऑल की बात करें तो पीवी सिंधु ने विश्व चैम्पियनशिप में पांच पदक (गोल्ड मेडल सहित) जीते हैं जबकि साइना नेहवाल के नाम दो पदक हैं। ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी ने भी 2011 में कांस्य पदक जीता था।
ऐसा है किदाम्बी का रिकॉर्ड
किदाम्बी श्रीकांत की इस समय वर्ल्ड में रैंकिंग 14वीं हैं। उन्होंने करियर में अभी तक 398 मैच खेले हैं जिनमें 256 में उन्हें जीत मिली है। इस दौरान उन्होंने 142 मैच गंवाए हें। साल 2021 में भारतीय शटलर श्रीकांत ने कुल 35 मैच खेले हैं जिनमें से उन्हें 18 में जीत नसीब हुई है वहीं 17 मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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