सबसे प्यारा, सबसे निराला, है विश्व में खूबसूरत उत्तराखंड हमारा, यहाँ की मिट्टी की खुशुबु है निराली, यहाँ चारों ओर...
कविता
बेशक कहने को आजाद हैं हम , सोचो क्या सच में आजाद हैं हम, आधुनिकता ने बाँध लिया सबको अपने...
कभी हवा में तो कभी पानी से घनघोर प्रलय हो रहे हैं, किस भूल की सजा मिल रही है, जो...
आओ जनता अब तो आओ होशो हवाश में ना आओ अब चुनावी जुमले के आगोश में, गांव अपना समर्पण करने...
एक हादसा- ना जाने कितनी कहानियां अधूरी रह गयी, एक हादसा- ना जाने कितनी निशानियां बुझ गयी, कइयों की मंजिलें...
हां ! असफलता जब जब खुद को दोहराती है हमें बहुत कुछ नया सिखाती है मेरी कलम से मेरा नाता...
इश्क़, होता है होने दो, प्यार होता है होने दो। दिल न माने होने दो। प्रेम रस का पान हो...
ना जाने कहाँ चला गया वो बचपन, ना जाने कहाँ चले गये वो बेफिक्री के दिन, कभी कंचों की दुकान...
अपारदर्शी घटना से जब एक भावपूर्ण इंसान का भाव शून्य हो जाता है जब गुजरता है इंसान इस राह से...
ऐसा तो कभी सोचा न होगा कितने अरमान होंगे मन में दबे, कितने सपने आंखों में बसे टूटकर चूर हो...
