कवि ललित मोहन गहतोड़ी की कविता-अ से अ: तक…

अ से अ: तक…
अ से अक्षर लिखना सीखो
आ कर मुझसे कहना सीखो
इ तना सीधा सपना देखो
ई श्वर की कृपा हम सब पर
उ सने सबको एक बनाया
ऊ पर बैठा देख रहा सब
ऋ षि जन सबको नेह रहा है
ए क एक को खेह रहा है
ऐ सा उसका विकट रचा है
ओ है सबका जग में प्यारा
औ रों को भी सिखा रहा है
अं गुली भर की सीख मान ले
अ: घर खाली बात जान ले
कवि का परिचय
नाम-ललित मोहन गहतोड़ी
शिक्षा :
हाईस्कूल, 1993
इंटरमीडिएट, 1996
स्नातक, 1999
डिप्लोमा इन स्टेनोग्राफी, 2000
निवासी-जगदंबा कालोनी, चांदमारी लोहाघाट
जिला चंपावत, उत्तराखंड।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।