स्वाचा-स्वाचा, भलु-भलु स्वाचा,भलु सोचिक, भलु - ज्यू ह्वे जांद.बगत - बगत, सोची - सोची क -बित्यूं बगत, कबि याद भि...
साहित्य जगत
प्यारू उत्तराखंड " तेरा जिल्लौं से बड़ि छायू , प्यारू उत्तराखंड.बीस साल ह्वीं राज्य बड़्यां , प्यारू उत्तराखंड.. करि आंदोलन...
रोटियां दे भाषणों से पेट कब किसका भरा।बाज आ जा हरकतों से देखता होगा खुदा।। आदमी दुश्मन बना है आदमी...
जय जय उत्तराखण्डजय है उत्तराखण्ड ! जय है उत्तराखण्ड !!जय जय उत्तराखण्ड बोलिये जय जय उत्तराखण्ड ।। यहाँ देवता गाँव...
तेरि-मेरी मन कि बात मान नि मान हे मनखी, मिं-जणदु मन कि बात.न लगौ ग्वाया यथ-वथ, कर भितर ह्यन कि...
यही कविता है भाईकि एक संघर्ष के बाद भीलगातार रहना है उनके साथकि जिनको है ज़रूरतआज भी है और थी...
" अधूरु जीवन " जीवन म सबि धांणी- गांणी , कब ह्वीं पूरी.सच बोन ज्यूकि सोचीं बात, रै जांद अधूरी.....
"इष्ट द्यवतौं बंदना" " दोहे " जख भी रौंला हम सदनि, लिंदवां तुमरू नाम.तुम इष्ट देवता हमरा , बड़ैं -...
"तुम फिकर मत करना तुम्हारी साल भर की फीस मैं दूंगी। और ड्रैस भी। किताबे और भी जरुरतों के सभी...
जाहिल… सुनो बताऊं कैसा लिखो…ऐसा लिखो ना तैसा लिखो…जैसा है कुछ वैसा लिखो…लिखना चाहते हो तब लिखो…मैं बताता हूं तुम्हें...
