भारत में कोरोना के नए संक्रमितों में कमी दर्ज, उत्तराखंड में राहत
भारत में कोरोना के नए संक्रमितों की संख्या में उतार चढ़ाव का दौर जारी है। एक बार फिर से नए संक्रमितों में कमी दर्ज की गई। वहीं, उत्तराखंड में राहत है। सोमवार 31 जुलाई की सुबह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 41 नए संक्रमित मिले। इस दौरान एक मौत दर्ज की गई। ऐसे में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 531917 हो गई है। पिछले 24 घंटे में 37 मरीज कोरोना से स्वस्थ हुए। स्वस्थ होने वालों का अब कुल आंकड़ा 44462245 हो गया है। वर्तमान में एक्टिव केस की संख्या 1467 है। रविवार को देशभर में 82 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। अब तक कुल 220,67,53,166 वैक्सीनेशन हो चुका है।
सात दिन के आंकड़े
देश में रविवार 30 जुलाई को कोरोना के 52 नए संक्रमित और एक मौत, शनिवार 29 जुलाई को कोरोना के 50 नए संक्रमित और शून्य मौत, शुक्रवार 28 जुलाई को कोरोना के 52 नए संक्रमित और शून्य मौत, गुरुवार 27 जुलाई को कोरोना के 42 नए संक्रमित और शून्य मौत, बुधवार 26 जुलाई को कोरोना के 60 नए संक्रमित और शून्य मौत, मंगलवार 25 जुलाई को कोरोना के 21 नए संक्रमित और शून्य मौत, सोमवार 24 जुलाई को कोरोना के 47 नए संक्रमित और शून्य मौत दर्ज की गई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में नहीं मिला नया संक्रमित
उत्तराखंड में रविवार 30 जुलाई को कोरोना का नया संक्रमित नहीं मिला। एक दिन पहले शनिवार 29 जुलाई को भी कोरोना का नया संक्रमित नहीं मिला था। राहत की बात ये है कि 53वें दिन भी किसी मरीज की कोरोना से मौत नहीं हुई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कोरोना से अब तक 7768 मौत
उत्तराखंड में रविवार को कोरोना के एक मरीज स्वस्थ हुआ। ऐसे में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या एक हो गई है। कोरोना की पहली लहर से लेकर अब तक प्रदेश में कुल 7768 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। सात मई 2021 को सर्वाधिक 9642 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। 15 मई 2021 को सर्वाधिक 197 मौत दर्ज की गई। तीसरी लहर में एक फरवरी 2022 को सर्वाधिक 18 लोगों की मौत दर्ज की गई।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो। यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब (subscribe) कर सकते हैं।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।