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March 14, 2025

नेपाल से तस्करी कर लाई जा रही चार लड़कियों को एसएसबी ने कराया मुक्त

उधमसिंह नगर जिले में भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी जवानों नेपाल से तस्करी कर लाई जा रही चार लड़कियों को मुक्त कराया। बताया जा रहा है कि उन्हें भारत में नौकरी लगाने के नाम पर एक दंपती खरीदकर अपने साथ ला रहा था।

उधमसिंह नगर जिले के खटीमा में भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी जवानों नेपाल से तस्करी कर लाई जा रही चार लड़कियों को मुक्त कराया। बताया जा रहा है कि उन्हें भारत में नौकरी लगाने के नाम पर एक दंपती खरीदकर अपने साथ ला रहा था। उन्हें दिल्ली और पंजाब भेजा जाना था। इन लड़कियों में तीन नाबालिग और एक युवती है। एसएसबी ने लड़कियों और आरोपित दंपती को नेपाल पुलिस की मदद से वहीं के एनजीओ पीआरसी के सुपुर्द कर दिया।
एसएसबी की 57वीं वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंट बृजपाल नेगी के निर्देश पर मेलाघाट सी कंपनी के जवान सोमवार देर शाम सीमा पर गश्त कर रहे थे। इस दौरान पिलर संख्या 796-1 के समीप कुछ लोग नेपाल की ओर से आते दिखाई दिए। पूछताछ में उनके बयानों में विरोधाभास मिला तो जवानों ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी।
इस पर उप कमांडेंट सुवेंद्र अंबावत, एसएसबी की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) व नेपाल के एनजीओ ने उनसे पूछताछ की। कंपनी के कमांडर इंस्पेक्टर मो. नाजिम ने बताया कि नेपाल के कंचनपुर जिले के दोधारा चांदनी गांव के सुरखेते वार्ड दस निवासी डंबर बहादुर सुनार अपनी पत्नी धनसरा के साथ भारत आ रहा था। ये लोग अपने साथ चार लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली व पंजाब ले जा रहे थे। दो नाबालिग लड़कियों को तो पता भी नहीं था कि वे कहां जा रही हैं। दो ने पांच से छह हजार रुपये महीने की नौकरी दिलाए जाने की बात कही।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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