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June 26, 2025

Video: त्रिवेंद्र के इस्तीफे पर तीर्थ पुरोहितों ने की आतिशबाजी, राजनीतिक दलों को मिला हमले का मौका, जानिए किसने क्या कहा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे ने राजनीतिक दलों को प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया। विभिन्न दलों ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला किया।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे ने राजनीतिक दलों को प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया। विभिन्न दलों ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला किया। वहीं, गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने आतिशबाजी कर जश्न मनाया।
चारधाम के तीर्थ पुरोहित देवस्थानम बोर्ड के गठन का विरोध कर रहे हैं। गंगोत्री में तो तीर्थ पुरोहितों ने बोर्ड का कार्यालय तक खुलने नहीं दिया। आज जैसे ही तीर्थ पुरोहितों को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे का पता चला, तो उन्होंने जश्न मनाया। इस दौरान गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने उत्तरकाशी गंगा मंदिर धर्मशाला में पटाखे फोड़े, अनार जलाए। तीर्थ पुरोहित तीर्थ पुरोहितों ने कहा निश्चित ही त्रिवेंद्र को चार धाम तीर्थ पुरोहितों का श्राप मिला। इस मौके पर गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल, रविंद्र सेमवाल, दीपक सेमवाल, राजेश सेमवाल, कुलानंद सेमवाल, राकेश सेमवाल, संतोष सेमवाल, सत्येंद्र सेमवाल, रमाकांत बिहारी, दीपक जितेंद्र, आशुतोष आदि शामिल थे।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बोले-चेहरा बदलने से नहीं होता विकास
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने प्रदेश मे राजनैतिक उठाफटक पर व्यंग कसते हुये कहा कि भाजपा की कथनी करनी में फर्क है। चेहरा बदलने से विकास नही होता। विकास के लिए विजन होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासनकाल में प्रदेश का विकास ठप पडा हुआ है। युवाओं के रोजगार छिन लिए। किसान सडकों पर महंगाई चरम पर पेट्रोल डीजल के दाम आसमान छूने को सरकार मलाई चाटने के लिए लड़ रही।

नेतृत्व परिवर्तन से धुलने वाले नहीं भाजपा के पाप
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन कर भाजपा के पाप धुलने वाले नहीं है। भाजपा में चार साल कुशासन थौपा। उत्तराखंड में देश में सर्वाधिक बेरोजगारी है। किसान त्रस्त है। भ्रष्टार चरम पर है। कानून नहीं है। महंगाई से लोग परेशान हैं। लोगों ने बहुमत दिया। भाजपा ने निराश किया। 2022 में भाजपा की नैया डूबने वाली है।
अकेले त्रिवेंद्र नहीं दोषी, मोदी और शाह भी जिम्मेदार
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड की जनता को बीजीपी की सरकार ने निराश किया है। चार वर्ष तक कुछ भी कार्य नहीं हुए। इसके लिए अकेले त्रिवेंद्र सिंह रावत दोषी नहीं हैं। उनके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता जिम्मेदार हैं। चुनाव के समय इन नेताओं ने वायदे किए थे कि डबल इंजन की सरकार बनेगी तो हम उत्तराखंड की कायाकल्प बदल देंगे।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जनता ने प्रचंड बहुमत से भाजपा की सरकार बनाई। इसके बावजूद चार साल में डबल इंजन की सरकार ने वायदों के मुताबिक किसानों के कर्ज माफ नहीं किए। रोजगारी दूर नहीं की। 100 दिन में लोकायुक्त नहीं बनाया, सौ दिन में महंगाई दूर नहीं की। एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। इसका खामियाजा भाजपा को चुनाव में मिलेगा।
बोया पेड़ बबूल का, आम कहां से आए
उत्तराखंड कांग्रेस उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से हो। उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए जो नकारा पन और निकम्मा पन दिखाया, उसी का फल उन्हें भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा उत्तराखंड में हरीश रावत, प्रीतम सिंह और इंदिरा हिरदेश की तिकड़ी कांग्रेस का मजबूती से नेतृत्व कर रही है। भाजपा का जहाज अब जल्द टूटने वाला है।
भाजपा में कुछ नेताओं के कांग्रेस में आने के सवाल पर उन्होंने कहा जैसे-जैसे भाजपाई जहाज डूब रहा है, भाजपाई खेमा के कई नेता कांग्रेस में आएंगे। जिसकी पुष्टि कांग्रेस नेता और विधानसभा में प्रतिपक्ष की नेता श्रीमती इंदिरा हृदयेश ने पहले ही कर दी है। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारियो की आह त्रिवेंद्र रावत के मुख्यमंत्री पद को ले डूबी। उनके 4 साल के कार्यकाल में राज्य निर्माण आंदोलनकारी भारी ढंग से उपेक्षित रहे।

बीजेपी की पहली हार
आम आदमी पार्टी के नेता एवं दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसे बीजेपी की 2022 से पहले की हार बताया। उन्होंन कहा कि आप के जीरो वर्क सीएम के कथन पर आज बीजेपी आलाकमान ने मुहर लगा दी है।

चार साल में दिया कुशासन
उत्तराखंड में आप पार्टी प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने कहा कि प्रदेश की जनता को हार्दिक बधाई। 4 साल के कुशासन से मुक्ति मिल गई है। भाजपा को उत्तराखंड की जनता से माफी मांगनी चाहिए जो ऐसा नाकाम मुख्यमंत्री प्रदेश को दिया। 4 साल पहले जो पाप किया है, वो केवल मुख्यमंत्री बदल कर 4 साल के कुशासन के कलंक को नहीं मिटाया जा सकता।

आप प्रवक्ता ने कहा, पार्टी लगातार इस बात को कहती आई है कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने 4 सालों में कोई कार्य नहीं किया। वो जीरो वर्क सीएम रहे और आप पार्टी की इस बात पर मीडिया ने भी सर्वे के जरिए मुहर लगाते हुए उन्हें देश का सबसे फिसड्डी सीएम बताया था। आप प्रवक्ता ने कहा बीजेपी को जनता की भावनाओं से कोई मतलब नहीं है। इन्हें सिर्फ दलगत राजनीति से मतलब है और इस राजनीति के लिए ये किसी भी हद तक जा सकते हैं।

भ्रष्टाचार से घबराई भाजपा ने मुख्यमंत्री हटा सब घोटालों पर लगा दी मोहर 

उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि राष्ट्रपति घपलों और घोटालों मे लिप्त-संलिप्त उतराखण्ड की भाजपा की पूरी की भ्रष्ट सरकार को बर्खास्त करें और वहां राष्ट्रपति शासन लगा कर लोगों को इस कुशासन से राहत दिलाये। उन्होंने कहा कि अकेले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के अपने इस्तीफा देने से काम चलने वाला नहीं है। उन्होंने सिलसिलेवार रावत के सीएम रहे हुए घोटालों का ब्योरा रखते भाजपा पर तीखे हमले करते हुए कहा की जिम्मेदारी लेने की बजाय भाजपा हमेशा एस्केप-रूट ढूढती है।
उतराखंड के कांग्रेस प्रभारी देवेन्द्र यादव ने उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद पत्रकार वार्ता में कहा कि चार साल तक जो त्रिवेंद्र रावत की सरकार में घोटाले हुए रावत का ये इस्तीफा उसका पटाक्षेप हुआ है। उन्होंने कहा कि, मैं समझता हूँ कि यह पूरे तरीके से जो चार साल जो उतराखण्ड में सरकार रही और उस दौरान जो भर्ष्टाचार हुए और नाकामियां रहीं उस पर पर्दा डालने की ये नाकाम कोशिश है।
प्रभारी देवेन्द्र यादव ने सरकार और मुख्यमंत्री दोनो पर निशाना साधती हुए कहा कि ये वही सरकार है जिसके समय में आज से मात्र चार महीने पहले माननीय हाईकोर्ट नैनीताल ने एक एतिहासिक फैसला देते हुए उस समय के वर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ भर्ष्टाचार के मुद्दे को लेकर सीबीआई की जांच के आदेश दिये। इस सरकार ने उस मामले में भी अपनी जिम्मेदारी न समझते हुए उस मामले को माननीय सुप्रीम कोर्ट में ले जा कर स्टे करवाने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से चाहे उतराखण्ड में बेरोजगारी का मुद्दा हो, घोटालों उतराखण्ड के विकास की बात हो, एतिहासिक और हिंदू धर्म के लिए बेहद अहम और श्रद्धा का श्रद्धा तीर्थ स्थान रखने वाले कुंभ मेले मे सरकार की नाकामी और उसमें हुए भरष्टाचार और घोटालों की बात हो, वन-रक्षक(फारेस्ट गार्ड) भर्ती में घोटाले की बात हो, बच्चों के मिड-डे मील घोटाले की बात हो, कर्मकार बोर्ड में हुए चार सो करोड के गबन की बात हो, आज वो सारे मुद्दे फिर से सामने आए हैं।
उन्होंने कहा कि उतराखंड की जनता ये सवाल पूछती है कि ये सरकार जिसे लोगों ने बड़ी उम्मीद के साथ चार साल पहले जिसको चुना धा, भाजपा की ये सरकार पूरी तरह जनता की उम्मीदों को पूरा करने में पूरी तरह से फेल साबित हुई है। वो चाहे बेरोजगारी का मामला हो, चाहे कुंभ मेले अव्यवस्था का मामला हो।
यादव ने कहा कि बेरोजगारी की हालत ये है कि आज उतराखण्ड देश में सबसे ज्यादा 26 प्रतिशत बेरोजगारी के साथ देश में नंबर वन बेरोजगार प्रदेश के तौर पर जाना और पहचाना जाता है।यही नहीं उतराखंड की भाजपा सरकार न केवल बेरोजगारी बल्कि आसमान छूती महंगाई से उतराखंड के लोगों को किसी भी प्रकार की राहत देने में बुरी तरह विफल रही है। किसानों की समस्याओं पर कोई ध्यान न देने वाली इस सरकार ने किसानों के मामलों को और अपनी बात कहने की कोशिश कर रहे किसानों से कैसा बर्ताव किया है, सबके सामने है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि आज उतराखण्ड से लोग जिस तरीके से पलायन कर रहे हैं उसकी वजह इस भाजपा सरकार की महंगाई, बेरोजगारी और विकास न करा पाना इसकी मुख्य वजह है। लोगों ने बड़ी उम्मीद की थी के इनका समाधान होगा लेकिन इसका पटाक्षेप त्रिवेंद्र रावत के इस्तीफे के साथ हुआ है। उनका इस्तीफा नाकाफी है। कांग्रेस पार्टी की भाजपा और माननीय राष्ट्रपति से मांग करती है कि उतराखण्ड मे भाजपा की सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए।
सिर्फ त्रिवेंद्र रावत के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने से काम चलने वाला नहीं है। यादव भाजपा पर आरोप लगाया कि भाजपा हमेशा ही ऐसे एस्केप-रूट ढूंढने की कोशिश करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा को सरकार से इस्तीफा दे कर लोगों के बीच दुबारा जाने की जरूरत है।
इस्तीफा ले भाजपा ने कबूली विफलता
देवेंद्र यादव ने कहा कि हाल ही में उतराखंड में आई आपदा के समय लोगों को समय पर राहत देने में ये न केवल बुरी तरह असफल रही, बल्कि करोना काल मे लोगों को जिन हालात से उतराखंड में गुजरना पड़ा वो सबके सामने है। दरअसल ये सरकार जनता की उम्मीदों पर बुरी तरह विफल साबित हुई है। अगर चार साल मे इस सरकार मे कुछ हुआ है तो वो केवल भरष्टाचार। आस सरकार में न केवल भ्रष्टाचारियों और घपले-घोटालों को अंजाम देने वालों को पोषित किया बल्कि अपराधियों पर नकेल लगाने की बजाय महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने और दुराचार करने वालों का बचाव तक किया मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से इस्तीफा ले कर भाजपा ने जनता के सामने अपनी असफलता को कबूल कर लिया है। हमारी मांग है पूरी सरकार बर्खास्त की जाए।

भाजपा ने उत्तराखंड से किया भद्दा मजाक
उत्तराखंड पूर्व सैनिक अर्द्ध सैनिक सयुंक्त संगठन के महासचिव पीसी थपलियाल ने कहा कि भाजपा ने उत्तराखंड के साथ भद्दा मजाक किया। सत्ता परिवर्तन राज्य की जनता में मायूसी लेकर आई। आगामी चुनाव में जनता इसका माकूल जबाब देगी। इसके लिए संगठन सभी राजनैतिक व सामाजिक संगठनों की एक बैठक शीघ्र आहूत करेगा। साथ ही 2021 में सयुंक्त उम्मीदवारी का फार्मूला बनाकर सभी राज्य हितैषी ताकतों का विश्वास जितने के साथ मजबूत रूप रेखा तैयार करेगी। 2022 की विधानसभा जनता विधानसभा होगी।
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Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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