यूकेडी के संरक्षक काशी सिंह ऐरी ने की कैबिनेट मंत्री के बयान की निंदा, पद से बर्खास्त करने की मांग

बीजेपी नेता एवं कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विधानसभा में दिए गए पहाड़ के लोगों के प्रति अशोभनीय बयान के काफी दिन बीत गए हैं, लेकिन इसका विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब उत्तराखंड क्रांति दल ने भी इस बयान की निंदा की। हालांकि, यूकेडी की निंदा बयान के कई दिन बाद आने पर भी सवाल है कि जब विरोध तेज हुआ तो क्या बहती गंगा में हाथ धो लिया जाए। यूकेडी के पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक माननीय काशी सिंह ऐरी ने आज बाकायदा प्रेस वार्ता कर मंत्री के बयान की निंदा की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि विधानसभा में प्रेमचंद अग्रवाल की ओर से पहाड़ियों के लिए अभद्र भाषा का जो प्रयोग किया गया, उसकी हम कठोर शब्दों में निंदा करते हैं। साथ ही सरकार से स्पष्ट कहना चाह रहे हैं कि तत्काल प्रेमचंद अग्रवाल को पद से बर्खास्त किया जाए। अन्यथा यह एक बड़े आंदोलन की चेतावनी समझी जाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का जनमानस मंत्री के बयान से बहुत आहत है। इस वजह से राज्य में आपसी सौहार्द में कमी आई है। उन्होंने कहा कि टेक्निकल यूनिवर्सिटी में जो भी भ्रष्टाचार हो रहे हैं, उनको संज्ञान लेकर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए। इसी तरह कैंपा योजना में जिस प्रकार का भ्रष्टाचार हाल ही में सामने आया है, वन विभाग के बजट से अधिकारियों ने अपने लिए आईफोन , लैपटॉप, फ्रिज, कूलर, टीवी आदि व्यक्तिगत सामान की खरीद की। इस पर तत्काल कमेटी का गठन करते हुए जांच करवाई। दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
काशी सिंह ऐरी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड भ्रष्टाचार तथा माफियाओं की भूमि बनकर रह गई है। उत्तराखंड क्रांति दल स्पष्ट चेतावनी दे रहा है कि यदि भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगाई गई तो 1994 की तर्ज पर दूसरे आंदोलन के लिए सरकार तैयार रहे। प्रेस वार्ता में यूकेडी के संरक्षक सुरेंद्र कुकरेती, पंकज व्यास, राजेश्वरी रावत, बहादुर सिंह रावत, विजय बौड़ाई, अनूप पवार, देवचंद उत्तराखंडी, पुष्कर सिंह गोसाई, मनोज कंडवाल, मनोज मिश्रा एडवोकेट आदि उपस्थित रहे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।