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December 2, 2024

धरती पर होगी लाखों टूटते तारों की बारिश, सब कुछ किया धरा नासा का, जानिए चट्टानों टुकड़ों से कितना है खतरा

अमेरिकी अंतरिक्ष ऐजेंसी नासा के एक मिशन की वजह से लाखों की संख्या में क्षुद्रग्रह के टुकड़े धरती से टकरा सकते हैं। ये अब तक की पहली मानव द्वारा निर्मित उल्काओं की वर्षा होने वाली है। वैज्ञानिकों के अनुसार, एक अध्ययन में यह बताया गया है कि दो साल पहले नासा ने जानबूझकर अपने एक अंतरिक्ष यान को क्षुद्रग्रह से क्रैश करवाया था। यही कारण है कि लाखों की संख्या में छोटे-छोटे अंतरिक्ष चट्टानों के टुकड़े मंगल ग्रह और धरती से टकराने के रास्ते में आगे बढ़ रही हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार अगले एक दशक के अंदर यह हमारे धरती पर टकराना शुरू कर देंगे, लेकिन इससे हमारे जनजीवन को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

नासा ने टकराया था अंतरिक्ष यान
26 सितंबर, 2022 को नासा का डबल ऐस्टरॉइड रिडॉयरेक्शन टेस्ट (DART) अंतरिक्ष यान जानबूझकर क्षुद्रग्रह डिमोर्फोस से टकराया था। टकराव के समय DART की रफ्तार लगभग 15,000 मील प्रति घंटे (24,000 किमी/घंटा) थी। यह अंतरिक्ष यान डिमोर्फोस के ठीक बीच में टकराया था। पृथ्वी से 7 मिलियन मील (11 मिलियन किलोमीटर) से अधिक की दूरी पर हुआ यह महाविनाश, संभावित रूप से खतरनाक क्षुद्रग्रहों का रास्ता मोड़कर पृथ्वी को बचाने के लिए इंसानों की क्षमता का पहला परीक्षण था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये रही मिशन बड़ी सफलता, बदला उल्कापिंड का रास्ता
यह मिशन एक बड़ी सफलता थी। DART ने न केवल डिमोर्फोस के रास्ते को बदल दिया, बल्कि अपने साथी क्षुद्रग्रह डिडिमोस के चारों ओर अपनी यात्रा को लगभग 30 मिनट तक छोटा कर दिया। डार्ट अंतरिक्ष यान की ओर से की गई है टक्कर ने क्षुद्रग्रह का आकार पूरी तरह से बदल कर रख दिया और यह भी प्रदर्शित किया कि काइनेटिक इंपैक्टर मेथड से पृथ्वी को खतरनाक अंतरिक्ष क्षुद्रग्रहों से बचाया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

अंतरिक्ष में फैल गई दर्जनों चट्टानें
जब अंतरिक्ष यान की क्षुद्रग्रह डिमोफोर्स से टक्कर हो गई तो नासा की ओर से इसकी तस्वीर भी ली गई। इससे पता चला कि दर्जनों भर बड़े पत्थर अंतरिक्ष में फैल गए हैं। वैज्ञानिकों का यह कहना है कि अगले कुछ दशकों में यह चट्टानें मंगल ग्रह से टकरा सकती है। इतना ही नहीं इस क्षुद्रग्रह के किसी भी बड़े टुकड़े या चट्टान के धरती से टकराने की कोई संभावना नहीं है। वहीं, एक नए अध्ययन की रिपोर्ट 7 अगस्त को प्रकाशित हुई, जिसने शोधकर्ताओं का ध्यान डिमोफोर्स की चट्टानों की ओर केंद्रित कर दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इतना बड़ा हो सकता है आकार, आकाश में दिखेगी रोशनी
रिसर्च टीम नासा के सुपर कंप्यूटर का उपयोग करके यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यान की ओर से एकत्र किए डाटा का एनालिसिस किया। यह वही अंतरिक्ष यान है जो डेमो फोर्स से टकराने के समय DART के साथ उड़ान भर रहा था। एकत्र की जानकारी से यह पता चला कि यह क्षुद्रग्रह की कई चट्टानें संभवत: पृथ्वी-चंद्रमा या मंगल ग्रह तक ही पहुंच पाएंगे। इनका आकार भी ज्यादा बड़ा नहीं है। कुछ चट्टानों के टुकड़े 0.001 इंच यानी की 30 माइक्रोमीटर और 4 इंच यानी की 10 सेंटीमीटर के बीच है। पृथ्वी से जब यह होकर गुजरेंगे तो आकाश में इनका एक अद्भुत लाइट शो देखने को मिल सकता है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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