चमोली के रैणी गांव में आपदा के एक साल पूरे होने पर युवाओं ने किया रक्तदान
चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र में रैणी गांव, तपोवन क्षेत्र में हुए जल प्रलय के एक साल होने पर रेडक्रास सोसाइटी के तत्वावधान में युवाओं ने रक्तदान किया। देहरादून स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में युवाओं ने रक्तदान किया और आपदा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस मौके पर मोहन खत्री ने कहा कि रक्तदान एक महान दान है। इससे हम किसी की जान बचा सकते हैं। वहीं, रक्त देने वाले को कोई नुकसान नहीं होता है। कुछ ही दिनों में खून की रिकवरी हो जाती है। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए भी रक्तदान करना आवश्यक हो गया है। उन्होनें कहा की किसी तत्काल व गंभीर आवश्यकता के लिए ब्लड बैंक में रक्त का संग्रह करके रखना चाहिए। उन लोगों को रक्त देने के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित करें, जो स्वस्थ होने के बाद भी रक्तदान में रुचि नहीं ले रहे हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि उन लोगों को भी स्वेच्छा से रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित करें जो केवल अपने मित्रों और रिश्तेदारों को ही रक्तदान करते हैं। रक्तदान करना जीवन बचाने की प्रक्रिया में मानवता का महत्वपूर्ण भाग है। रक्तदान करनें वालों में प्रकाश सिंह चौहान, दीपक चौहान, मनोज चौहान, संजय रावत, रामकृष्ण चौहान आदि शामिल रहे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।