Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 23, 2024

शिक्षक एवं कवि रामचन्द्र नौटियाल की कविता-शोषण पर प्रहार है कविता

रामचन्द्र नौटियाल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गड़थ विकासखंड चिन्यालीसौड, उत्तरकाशी में भाषा के अध्यापक हैं।

शोषण पर प्रहार है कविता

शोषण पर प्रहार
है कविता ,
अत्याचारों पर वार है ,
भ्रष्टाचार पर तलवार है,
व्यवस्था पर तंज है,
समकालीन का आईना है
कविता!

वर्तमान का पहिया है,
विगत का स्मरण है,
भविष्य की चेतावनी है,
संक्रमण का सृजन है,
कविता!

आध्यात्म प्राचीनता,
पौराणिकता का विश्लेषण, आधुनिकता
वर्तमान का सम्प्रेषण है कविता !
समाज का दर्पण,
जीवन को अर्पण,
महानता का समर्पण है,
कविता !

जनमानस की
आवाज है
श्रृंगार का साज है कविता,
राष्ट्रीय सम्मान
का नाज है कविता,
कालिदास की उपमा
जयशंकर का छायावाद
है कविता!

कवि का परिचय
रामचन्द्र नौटियाल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गड़थ विकासखंड चिन्यालीसौड, उत्तरकाशी में भाषा के अध्यापक हैं। वह गांव जिब्या पट्टी दशगी जिला उत्तरकाशी उत्तराखंड के निवासी हैं। रामचन्द्र नौटियाल जब हाईस्कूल में ही पढ़ते थे, तब से ही लेखन व सृजन कार्य शुरू कर दिया था। जनपद उत्तरकाशी मे कई साहित्यिक मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां दे चुके हैं।

Website | + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page