हे आदि अनादि अखण्ड अनन्ता। तोहे पुकारन लगे हैं नर नारी अरु सब संता।1। कौन सो पाप कियो है प्रभू...
Young poet
टालु कुजणि कख हरचि सु टालु, जु छोटु भि रौन्दू छौ अर बडु भी कुजणि कख हरचि सु टालु जु...
नेगी दा! गीत हम भी लांदा बोल हम भी लिखदा|| गीत हम भी सुणदा, गीत हम भी जणदा|| नेगी दा...
भूत भविष्य और वर्तमान तुम तीनों कालों के ज्ञाता हो। तुम मृत्युंजय हो, तुम अभयदान वर दाता हो।। तुम जान...
यूं ही रहो मेरे प्रभु आज मैं पहुंची जहां हूं, तुम मुझे लाए यहां । बात वो आती मुझे, जो...
कोरोना मानो लगता है कि जिंदगी की, सबसे बड़ी जंग साबित होगी ये कोरोना, जो थमने का नाम ही नही...
पहचानो, अब तुम हो कौन हे ! मिट्टी की देह बता, आखिर क्या तेरा शुभ नाम । किस हेतु तू...
हे नीलकण्ठं, हे शितिकण्ठ। हे गंगाधर, हे अत्यन्तकठोर ।। तुम भक्ति मात्र से हो जाते विभोर हे मृत्युंजय, हे व्योमेश।...
मधुमास मे डूबे पहाड़ आई मेरे आंगन में बहार , मधुमास में डूबे हैं पहाड़ । ये जादू करता है...
ए-वक़्त ख़ुद पर इतना ग़ुरूर न कर तू वक़्त ही तो है, वक़्त तू भी वक़्त एक वक़्त पर बदल...