कड़वा टीचर सही है मैं हूँ टीचर, मेरी चिल्लाहट नहीं जाती।ग़लत हरकत कहीं भी देख, गुर्राहट नहीं जाती।। कहीं बनियाँ...
poetry
सूरज का सफर दिग -दिगंत युग आदि -अंत ,ले उर में जीवन को अनंत ।तप में हो मानो लीन संत...
मजदूरहे विधाता! तेरी परीक्षा की धार पर,चल रहा प्रवासी-अप्रवासी मजदूर।जीवन बचाने की उम्मीदों से,मौत गले लगाकर चलता दूर-दूर। जीवन जीने...
मूल रूप से उत्तराखंड में जौनसार बावर निवासी अनिल दत्त शर्मा भारतीय सूचना सेवा में कार्यरत हैं। वर्तमान में वह...
और रात आ जाती हैपर्वत की पीठ पर बैठा सूरजस्थिर नहीं रहता।लुढ़कता हुआ,धार के पार चला जाता है।केवल रक्तिम आभा-क्षितिज...
आओ बच्चों तुम्हें बताएं,एक दिसम्बर खास है।विश्व एड्स दिवस आज,करना इसका आगाज है। सबसे पहले ये जानो,बीमारी ये लाइलाज है।मानव...
ठूँठ हाँ मै हूँ एक टूटा दरख़्त,अकेला गुमनाम एक ठूँठ।पर मायूस नहीं हूंँ,न मन मलीन है मेरा। वर्षा ऋतु की...
माँ माँ और माँ का प्यार निराला है,उसने ही मुझे सम्भाला है।मैं मम्मी के बिना नहीं,और मम्मी मेरे बिना नहीं...
इगास बग्वाल उत्तराखंड का रीति -रिवाज,कख हरची होला आज।दाना सयाणू की रखी पछयांण,कख हरची होली इगास बग्वाल। चौक, तिवरी, डिन्डयाली,...
ये आई मैं किस दुनिया में ऊंचे मध्य हिमालय की इन ,गहन घाटियों की गोदी में ।ओढ़ ओढ़नी हरियाली की,सहज...