ऐसा तो कभी सोचा न होगा कितने अरमान होंगे मन में दबे, कितने सपने आंखों में बसे टूटकर चूर हो...
Poet
प्रदूषण है शैतान काला धुआँ, कूड़े के ढेर, सांसें रुके, दुखी है शहर। पानी गंदा, हवा भी भारी, प्रदूषण ने...
खून जब बहा धर्म के नाम कल पुलवामा आज पहलगाम, मचाया किसने ये कोहराम मची है चहुंदिश चीख पुकार, खून...
हादसों का दर्द यूं तो हररोज ही होते हैं हादसे हमारे आसपास रोज ही अखबारों की सुर्खियां होते हैं कुछ...
अँधेरे मिटें रोशनी जगमगाए। रौनक ही रौनक ढेर घर में समाए।। बढ़े खुशहाली पाएं धन मान काफी। ख़ुशी देने लक्ष्मी...
तम गहराता रहा। दीया जलता रहा। सवेरा होने तक यह अखंड जलेगा। रात की आंखों में बैरी - सा खलेगा।...
मैं ख़ुश हूं बहुत कि अपनी ख़ुशी की, अब मैं स्वयं ही तलबगार हूं मुझे चाहत नहीं अब तेरे प्यार...
भारत-रूस: मित्रता का अटूट संकल्प स्वतंत्र भारत, चुनौतियों का सागर, सामने खड़ा था संघर्ष का पर्वत। अशिक्षा, गरीबी, जाति का...
मानवता पर छाया संकट, हिटलर जब सत्ता में आया। वैज्ञानिकों पर चिंता गहरी, जब परमाणु विखंडन ने पथ दिखाया। फिर...
शान्त सुशुप्त उत्तराखंड, हर आदर्शता का आवेश है। त्याग तपस्या बलिदान का, देता सदा सन्देश है।। पृथक राज्य उत्तराखंड, जन...