भारत छोड़ो आंदोलनः कांग्रेस ने निकाली तिरंगा यात्रा, वाम दलों ने मनाया भारत बचाओ दिवस, जोरदार प्रदर्शन
उत्तराखंड में भारत छोड़ आंदोलन की 79 वर्षगांठ को राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने अपने अपने अंदाज में मनाया। देहरादून में कांग्रेस मुख्यालय में देश में लोकतंत्र की बहाली की शपथ ली गई। वाम दलों ने भारत बचाव दिवस मनाने के लिए जोरदार प्रदर्शन किया। वहीं, अन्य संगठनों ने भी गांधी पार्क पहुंचकर आजादी आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कांग्रेस मुख्यालय में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने राजीव भवन के प्रांगण में पार्टी का ध्वजारोहण किया। इस दौरान सेवादल के कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष के साथ ही प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, पूर्व विधायक राजकुमार, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने भी विचार रखे। साथ ही भारत में लोकतंत्र की बहाली को लेकर शपथ ली गई। आरोप लगाया गया कि वर्तमान में देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। इसके बाद उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस सेवादल के सौजन्य से कांग्रेस भवन से घंटाघर तक ‘राष्ट्रीय तिरंगा यात्रा’ निकाली गई।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को किया सम्मानित
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने अगस्त क्रांति दिवस के अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सैनानी साधु सिंह बिष्ट (102 वर्ष) के निवास कान्हरवाला डोईवाला पहुंच कर उन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री डॉ. सजंय पालीवाल, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, परवादून अध्यक्ष गौरव चौधरी, मोहित उनियाल शर्मा, गिरीश पुनेड़ा, सीताराम नौटियाल, नवीन सिंह पयाल, कमर खान ताबी, भरत शर्मा, दिनेश पुंडीर मौजूद थे।
वाम दलों ने निकाली रैली, पीएम मोदी से मांगा इस्तीफा
ऐतिहासिक भार छोड़ो दिवस के अवसर पर आज सीआइटीयू एवं किसान सभा के नेतृत्व में भारत बचाओ आह्वान के साथ भारी संख्या में मजदूर, किसान, छात्र, नौजवानों तथा महिलाओं ने रैली निकालकर जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को 13सूत्रीय मांगपत्र प्रेषित किया गया। इस अवसर पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने एक स्वर में मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना की। साथ ही कहा कि मोदी सरकार अब नैतिकता खो चुकी है। पीएम मोदी को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
ये हैं मांगे
आंगनबाड़ियों कम से कम 21 हजार दिया जाए, भोजन माताओं के लिए घोषित 5000 रुपये की राशि का अविलंब भुगतान, आशाओं के लिए सम्मानजनक मानदेय घोषित हो, श्रम कानूनों किए बदलावों तथा 4मजदूर विरोधी श्रम कानून और किसान विरोधी तीनों काले कानूनों के साथ ही विधुत संशोधन विल वापस लेने, सभी गैर आयकर परिवारों के खातों में कोविड के दौरान 7500 रूपये प्रतिमाह डालना सुनिश्चित करने, कोविड के दौरान प्रत्येक व्यक्ति को 10 किलो राशन, मनरेगा में 600 रूपये प्रतिदिन दैनिक मजदूरी तथा 200 दिन का काम देने, आवश्यक वस्तुओं जैसे पैट्रोल, डीजल, गैस, खाद्य तेल की मूल्यवृद्धि को वापस लेने, टोलप्लाजा के नाम पर लूट खत्म करने, किस भी श्रमिक की छटनी न करने, असंगठित क्षेत्र के मजदूरों व स्कीम वर्कर की समस्याओं का समाधान, सभी कामगारों को न्यूनतम मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा व पेशन सुविधा सुनिश्चित करने, बजट का 6 प्रतिशत स्वास्थ्य पर खर्च करने, सभी रिक्त पदों पर नियुक्ति, सभी को मुफ्त वैक्सीनेशन, फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारन्टी, एनएसपी का कानून बनाने, गन्ना किसानों का समय पर भुगतान सुनिश्चित करने, गन्ने का समर्थन मूल्य देने, डोईवाला शुगर मिल का नीजिकरण न करने, गुप्तकाशी से सोनप्रयाग के निर्माणाधीन विवादित राजमार्ग की अनियमताओं की निष्पक्ष जांच, तहसील विकासनगर के अन्तर्गत बाढ़ सुरक्षा सुनिश्चित करने आदि की मांग शामिल हैं।
ये रहे प्रदर्शनकारी
इस अवसर पर सीटू के अध्यक्ष राजेन्द्र नेगी, मन्त्री लेखराज, जिलाध्यक्ष किशन गुनियाल, किसान सभा के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सजवाण, महामंत्री गंगाधर नौटियाल, कोषाध्यक्ष शिवपप्रसाद देवली, जिला अध्यक्ष दलजीत सिंह, महामन्त्री कमरूद्दीन, एसएफआइ के अध्यक्ष नितिन मलेठा, तथा महामंत्री हिमांशु चौहान, महिला समिति की उपाध्यक्ष इन्दु नौडियाल, नुरैशा अंसारी, भगवन्त पयाल, रविन्द्र नौडियाल, राजेन्द्र पुरोहित, अनन्त आकाश, पुरूषोत्तम बढोनी, सतीश धौलाखंडी, याकूब अली, जाहिद अन्जुम, हाजी मीर हसन, सुरेन्द्र राणा, बलबीर सिंह, इन्द्रजीत सिंह, हरवंश, महताब अली, संजय पुण्डीर, देवसिंह, उमेश वोरा, उमा नौटियाल, भोजन माता संगठन की महामंत्री मोनिका, आंगनबाड़ी संगठन की महामंत्री चित्रा, कोषाध्यक्ष लक्ष्मी पंत, माला गुरूंग, सुधा देवली, रजनी गुलेरिया, मनोज कुंवर, राजेश्वर सिंह, ऐना देवी, ममता शशी, उर्मिला, विमला, मायादेवी, किरन, बैशाली थापा, सुन्दर थापा, गयूर अहमद, शिशुपाल, सत्यम, अर्जुन रावत, राजेन्द शर्मा आदि शामिल थे।
सामाजिक संगठनों ने किया बलिदानियों को याद, दी श्रद्धांजलि
ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ भारत छोड़ो आन्दोलन की 79 वर्षगांठ पर गांधी पार्क मे महात्मा गांधी की प्रतिमा पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियो और शहीदो के बलिदानो को याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किये गये। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उत्तराधिकारी कल्याण समिति, संयुक्त नागरिक संगठन, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के प्रतिनिधियो ने पुषपांजली अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजली भी दी। वक्ताओं ने कहा आजादी के बाद सेनानी परिवारों के हितों की पूरे देश मे उपेक्षा की जा रही है। आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव का दिखावा कर इनका उपहास उड़ाया जा रहा है।
वक्ताओं ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनो के हितो के सम्बन्ध मे लगातार केन्द्र और राज्य सरकारो से कार्यवाई की मांग की गयी है। इसके कोई परिणाम सामने नही आ रहे है। शासनादेशो के अनुसार आगामी स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी तथा जनपदो मे प्रस्तावित सरकारी समारोहो मे ससम्मान सेनानी परिवारो को आमंत्रित कर अमृत महोत्सव की गरिमा स्थापित करने की भी मांग मुख्यमंत्री से की गयी। इस अवसर पर बी एस कंडारी, जयाशुकला, महिपाल सिंह रावत, गोवर्धन प्रकाश शर्मा, डाक्टर वीसी कंडवाल, संदीप शास्त्री, मुकेश नारायण शर्मा, सुशील त्यागी, ब्रिगेडियर (सेनि) केजी बहल, आशा टमटा, मंजू त्रिपाठी, डॉक्टर बीके ओली, डॉक्टर मुकुल शर्मा, जितेन्द्र डडोना, राजेन्द्र बिष्ट, दीपक चौहान, जेपी नन्दा, प्रमोद कुमार, अजीत कुमार शर्मा आदि उपस्थित थे।