अशोक आनन का गीत- आज़ाद देश में

आज़ाद देश में
भूख की न स्याह रात हो।
पेट से न मुलाक़ात हो।
ग़रीबों की बस्ती में अब
भूख की न बरसात हो।
आफ़ताब के शहरों में
दीयों की न अब मात हो।
अमावस के दरबार में
जुगनुओं संग न घात हो।
दर्द के न शामियाने हों
आंसुओं की न कनात हों।
ग़रीब की झोपड़ी में भी
सुखद दिनों का प्रभात हो।
तानों की गुलैलों से अब
घायल न ये जज़्बात हों।
कलियों की शय्या पर अब
शर – शूल की न बिछात हो।
बद से बदतर ग़रीब की
फटेहाल न हालात हों
कवि का परिचय
अशोक ‘आनन’, जूना बाज़ार, मक्सी जिला शाजापुर मध्य प्रदेश।
Email : ashokananmaksi@gmail.com
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।