गढ़वाली लोकभाषा में पेन-इंडिया फाउंडेशन का वार्षिक कैलेंडर ‘बारामास-2023’ स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित

मकर संक्रांति के पावन पर्व पर पेन-इंडिया फाउंडेशन के वार्षिक कैलेंडर का विमोचन करते हुए कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने कहा कि कैलेंडर में संक्षित विवरण के साथ जिस तरह स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को शामिल किया गया, वो एक सराहनीय व अभिनव पहल है। स्कूल के नौनिहालों व युवाओं को उत्तराखंड के इन महान् विभूतियों को जानने का मौका मिलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पेन-इंडिया फाउंडेशन के संरक्षक डॉ. प्रकाश केशवया ने कहा कि पेन-इंडिया स्कूल के माध्यम से निर्धन बच्चों को निशुल्क व गुणवत्तापरक शिक्षा मुहैया कराई जा रही है। बच्चों को एक्टिविटी व डिजिटली बेस्ड एजुकेशन देना फाउंडेशन का लक्ष्य है। पीआईएफ के संस्थापक अनूप रावत सांस्कृतिक, इतिहासकार व मीडिया जगत के जानकारों से विचार-विमर्श के बाद कैलेंडर का कंटेट तैयार किया गया। हमारा लक्ष्य युवाओं को राष्ट्र व राज्य निर्माण में उत्तराखंड की अंजान विभूतियों से रुबरू करवाना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पेन-इंडिया फाउंडेशन के वार्षिक कैलेंडर में शामिल स्वतंत्रता सेनानी
क्रांतिवीर जयानन्द भारती जी, ‘जननायक’ पं.हरगोविंद पंत, ‘काली कुमाऊँ के शेर’ पं.हर्षदेव ओली, क्रांतिकारी पत्रकार विक्टर मोहन जोशी, ‘शेर-ए-गढ़वाल’ कैप्टन राम प्रसाद नौटियाल, स्वतंत्रता आंदोलनकारी जगमोहन सिंह नेगी, स्वतंत्रता सेनानी कुंती देवी वर्मा, वीर फुनकू दास, सेनानी लेफ्टिनेंट ज्ञान सिंह बिष्ट, स्वंतत्रता सेनानी पं.देवी दत्त तिवारी, वीर सेनानी मुरली सिंह रावत, स्वतंत्रता सेनानी औतार सिंह तोपवाल। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हिंदी के साथ ‘गढ़वाली लोकभाषा में भी ‘बारामास’ कैलेंडर प्रकाशित
पेन-इंडिया फाउंडेशन (पीआईएफ) के सहसंस्थापक संतोष बुड़ाकोटी ने कहा कि वार्षिक कैलेंडर बारामास-2023 का प्रकाशन बीते वर्ष की भांति इस वर्ष भी हिंदी के साथ उत्तराखंड की लोक भाषा गढ़वाली में भी किया गया है। इसका उद्देश्य युवाओं को को अपनी जड़ों व भाषा से जोड़ना है।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।