Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

August 23, 2025

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस: अंतरिक्ष है भविष्य की प्रयोगशाला – वरुण शील

भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल) अहमदाबाद के प्लेनेटरी साइंस डिवीजन के हेड वरुण शील ने कहा कि अंतरिक्ष केवल शोध का क्षेत्र नहीं, बल्कि मानवता की भावी प्रयोगशाला है, जहां आज की जिज्ञासाएं कल के सपनों और असीम संभावनाओं में रूपांतरित होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वरुण शील राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। चंद्रयान और उससे परे- भारत के अंतरिक्ष अभियान, विषय पर व्याख्यान करते हुए उन्होंने कहा कि चंद्रमा और सूर्य पर हमारे मिशन सिर्फ विज्ञान की उपलब्धियां नहीं है, बल्कि यह उस नए युग की दस्तक है, जहां भारत अंतरिक्ष अन्वेषण में अग्रणी भूमिका निभाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वरुण शील ने अपने प्रेजेंटेशन के माध्यम से चंद्रयान 1, 2 और 3 अभियानों की अभूतपूर्व उपलब्धियों और चुनौतियों को साझा किया। साथ ही उन्होंने भविष्य की महत्वाकांक्षी अभियानों- चंद्रयान 4 एवं 5 की झलक दिखाते हुए बताया कि भारत अंतरिक्ष अनुसंधान की नई सीमाओं को छूने की ओर अग्रसर है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को आदित्य एल-1 मिशन की भी विस्तार से जानकारी दी। वरुण शील ने छात्राओं से आह्वान किया कि वह अंतरिक्ष विज्ञान की चुनौतियों को अवसर मानकर भविष्य की नई खोजों में भारत की अग्रणी भूमिका सुनिश्चित करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इसका आयोजन ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग ने किया। इस अवसर पर एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष डा. सुधीर जोशी के साथ डा. विजय कुमार पाटीदार, डा. चंद्र किशोर, डा. आलोक कुमार, डा. कुमार गौरव, अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Bangwal

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *