गर्लफ्रेंड के खर्चे पूरा करने को एमबीबीएस का छात्र बना मुन्ना भाई, दो लाख में तय की परीक्षा पास कराने की डील
उत्तराखंड में नीट की परीक्षा के दौरान एक मुन्ना भाई फिल्म की तरह ही मामला सामने आया। इस युवक किसी दूसरे परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचा और पकड़ा गया। पकड़ा गया युवक राजकीय मेडीकल कॉलेज में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र है। परीक्षा से पूर्व बायोमैट्रिक उपस्थिती के दौरान मिलान न होने पर वह पकड़ में आया। बताया गया कि गर्लफ्रेंड के खर्चे पूरा करने के लिए उसने दो लाख रुपये में परीक्षा पास कराने की डील की थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मामला देहरादून कोतवाली क्षेत्र का है। पांच मई को श्री गुरू राम राय पब्लिक स्कूल राजा रोड देहरादून पर एमबीबीएस (नीट) की परीक्षा आयोजित की गई थी। इसमें परीक्षा के दौरान परीक्षा नियंत्रक की ओर से परीक्षार्थियों की बायोमैट्रिक उपस्थिती ली गई, तो एक परीक्षार्थी का बायोमैट्रिक से मिलान नहीं हुआ। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस पर उसे किसी अन्य परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा में शामिल होने के संदेह में पकड़ा गया। साथ ही परीक्षा नियंत्रक अरूण सक्सेना ने इसकी सूचना कोतवाली नगर को दी। पुलिस ने युवक से पूछताछ की तो सारा मामला खुल गया। उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अभियुक्त देव प्रकाश पुत्र ओम प्रकाश निवासी ग्राम गिरधर घोरा पोस्ट आफिस चितलनाना जिला संचोर राजस्थान को गिरफ्तार कर लिया गया। वह वर्तमान में राजकीय मेडीकल कॉलेज पाली में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र है। वर्ष 2022 में उसने नीट की परीक्षा पास की थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पूछताछ में उसने बताया कि सितम्बर 2022 में उत्तराखंड में ऋषिकेश, हरिद्वार तथा केदारनाथ घूमने के दौरान उसकी मुलाकात रूद्रपुर निवासी मयंक गौतम से हुई। बातचीत के दौरान उसने बताया गया कि वह नीट की परीक्षा पास करना चाहता था, लेकिन पढ़ाई में कमजोर होने के कारण वह उसमें असफल रहा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके पश्चात अभियुक्त सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार मयंक गौतम के सम्पर्क में रहा। मयंक गौतम द्वारा अभियुक्त को उसके स्थान पर नीट की परीक्षा पास करने तथा उसके एवज में 02 लाख रुपये देने का प्रलोभन दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अभियुक्त की एक युवती से दोस्ती थी। पढ़ाई के खर्चो के साथ-साथ गर्लफ्रेंड के खर्चे उठाने में उसे कठिनाई हो रही थी। इसलिये उसने प्रलोभन में आकर मयंक का ऑफर को स्वीकार कर लिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
योजना के अनुसार देव प्रकाश ने अपनी पासपोर्ट साइज की फोटो को फेसबुक के माध्यम से मयंक गौतम को भेजी। इसे मयंक गौतम ने अपने परीक्षा फार्म में लगाया दिया। तय डील के मुताबिक पांच जनवरी को देव प्रकाश प्रवेश पत्र को लेकर परीक्षा केन्द्र में परीक्षा देने पहुंचा। बायोमैट्रिक मशीन से उसके फिंगर प्रिंट का मयंक गौतम के आधार कार्ड से मिलान नहीं हुआ और वह पकड़ में आ गया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।