आय से अधिक सम्पत्ति मामले में ग्राम विकास अधिकारी गिरफ्तार, घूमता था मर्सिडीज में

एक ग्राम विकास अधिकारी की संपत्ति की जांच हुई तो पता चला कि उसने अपनी आय से तीन सौ गुना ज्यादा संपत्ति जुटाई है। वह मर्सिडीज में घूमता था। मामला हरिद्वार जिले के लक्सर का है। ऐसे में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में विजिलेंस ने हरिद्वार के लक्सर ब्लॉक के ग्राम विकास अधिकारी रामपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ चार साल पहले मुकदमा दर्ज किया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जांच में उसकी संपत्ति ज्ञात स्रोत से अर्जित धन से करीब 314 फीसदी अधिक है। इसमें लग्जरी गाड़ियों से लेकर गाजियाबाद में अलीशान दो मंजिला मकान तक शामिल है। आरोपी को अब शनिवार को स्पेशल विजिलेंस कोर्ट में पेश किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत रामपाल सिंह की तन्ख्वाह करीब एक लाख रुपये है। वह मर्सिडीज से चलता है और हरिद्वार से लेकर गाजियाबाद तक उसकी संपत्तियां हैं। विजिलेंस ने चार सालों तक जब जांच की तो टीम भी भौचक्की रह गई। एसएसपी विजिलेंस धीरेंद्र कुमार गुंज्याल ने बताया कि आरोपी रामपाल के खिलाफ वर्ष 2020 में देहरादून सेक्टर में मुकदमा दर्ज किया गया था। उसकी एक जनवरी 2007 से लेकर 31 दिसंबर 2018 तक की आय और खर्च का हिसाब किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पता चला कि उसने इस अवधि में वैध स्रोत से करीब डेढ़ करोड़ रुपये कमाए हैं। वहीं, खर्च इससे कहीं ज्यादा 6.23 करोड़ रुपये किए हैं। यह उसकी आय से लगभग 4.72 करोड़ रुपये यानी लगभग 314 फीसदी अधिक है। रामपाल सिंह निवासी कनखल, हरिद्वार को इस खर्च और आय से संबंधित पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इसके बारे में वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर उसके खिलाफ अभियोजन चलाने की अनुमति शासन पहले दे चुका था। ऐसे में उसे विजिलेंस कार्यालय से ही गिरफ्तार कर लिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्त की पत्नी पूनम सिंह के नाम पर जनपद हरिद्वार में विभिन्न स्थानों पर 07 भूखण्ड, गाजियाबाद में 01 डुप्लेंक्स बिल्डिंग, 01 भूखण्ड, बुलन्दशहर में 01 भू-खण्ड, 01 मर्सडीज कार (मूल्य रू. 50 लाख), 01 हुण्डई कार (मूल्य रू. 24 लाख), 03 दुपहिया वाहन (02 एक्टिवा व 01 बुलेट) होने पाये गये। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सतर्कता निदेशक डॉ. वी. मुरूगेसन ने जांच में तथ्यों का खुलासा करने वाली सतर्कता अधिष्ठान की टीम को नकद पुरूस्कार दिये जाने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने जनता से अपील की कि यदि कोई राज्य के सरकारी विभागों में नियुक्त अधिकारी, कर्मचारी एवं लोक सेवक द्वारा लोक कर्तव्य के निर्वहन में अपने आचरण द्वारा या अन्य प्रकार के असम्यक लाभ (पारितोषण) के लिए अवैध रिश्वत की मांग की जाती है। उसके द्वारा आय से अधिक अवैध सम्पत्ति अर्जित की गयी हो, तो इस सम्बन्ध में सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री हैल्पलाइन नम्बर-1064 एवं Whatsapp नम्बर 9456592300 पर सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में निर्भीक होकर सूचना दें।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।