मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने का वीडियो वायरल, कुमार विश्वास ने सीएम से कहा-कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते
मणिपुर तीन मई से हिंसा की आग में झुलस रहा है। इसके बावजूद एक बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंसा रोकने के लिए कोई अपील तक नहीं की। ना ही उनके मुंह से मणिपुर के लिए एक शब्द भी निकला है। वहीं अब, हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर में तीन महीने पहले महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड कराने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उनके इस वीडियो के वायरल होने के बाद राज्य में सीएम बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग हो रही है। इसी सिलसिले में कवि कुमार विश्नास ने प्रतिक्रिया दी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि मणिपुर में बीते ढाई महीने से भी अधिक समय से नस्लीय हिंसा जारी है। इस हिंसा में दो समुदाय कुकी और मैतेई शामिल हैं। हिंसा में करीब 140 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। 50 हजार लोग बेघर हो गए और राज्य सरकार के शेल्टर होम में रहने के लिए बाध्य हैं। इसी बीच एक वीडियो वायरल होता है। इसमें एक समुदाय दूसरे समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर कहीं ले जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस वीडियो के मुताबिक उन महिलाओं को निर्वस्त्र कर पुरुषों की भीड़ उनको कहीं लेकर जाती हुई दिख रही है। इस भीड़ में उनको ले जा रहे कई शख्स उनके निजी अंगो को छू रहे हैं। यह घटना 4 मई को राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में हुई। इसका वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) ने आरोप लगाया है कि दोनों महिलाओं के साथ एक खेत में गैंगरेप किया गया। फोरम का दावा है कि दोनों महिलाएं कुकी जनजाति से हैं। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ किडनैपिंग, गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया है। बताया तो ये जा रहा है कि एक फर्जी सूचना के बाद ये हिंसा भड़की। ये दो महिलाएं परिवार के साथ छिपी हुई थी। पुलिस भी मौके पर थी। भीड़ ने पुलिस की आंंखों के सामने ही इन महिलाओं को पकड़ लिया। एक महिला के भाई तक को मार दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस वीडियो के वायरल होने के बाद राज्य की भगवान भरोसे चल रही कानून व्यवस्था को लेकर लोगों में गुस्सा फूट पड़ा और सोशल मीडिया पर लोग लगातार इसके लिए राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह से इस्तीफा मांग रहे हैं। कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने ट्वीट कर सभी सांसदों से अपील की है कि वे संसद में सबसे पहले इस घटना पर सरकार से जवाब मांगें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
“कुर्सी है तुम्हारा ये जनाज़ा तो नहीं है ?
कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते ?”@NBirenSingh— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) July 19, 2023
इस वीडियो के वायरल होने के बाद कवि कुमार विश्नास ने मणिपुर सरकार के सीएम को टैग करते हुए ट्वीट कर कहा कि कुर्सी है तुम्हारा ये जनाज़ा तो नहीं है? कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते? इसके अलावा उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि- की बोर्ड क्रांतिकारी जनता और छुटभैये-पक्षकारों से भी अनुरोध है कि जरा सी भी शर्मो-हया बची हो तो विडियो को शेयर करना बंद करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक अन्य ट्विट में कुमार विश्वास ने कहा कि- मणिपुर देश के मनहर पूर्वोत्तर का प्यारा प्रदेश है। अगर वहाँ भारत की किसी बेटी को सरेआम निर्वसन सड़क पर घुमाया जा रहा है, तो यह हमारे समाज, समय और सरकारों, सब की सामूहिक चिंता का विषय होना ही चाहिए। प्रदेश के मुख्यमंत्री व देश के गृहमंत्री जी से अपेक्षा कि वे इन पिशाचों को ऐसा सबक़ सिखाएँ जो उदाहरण बने। फ़्रांस की हालातों पर तपसरा करने वाले पक्षकारों से यूँ तो आशा कम है पर फिर भी अनुरोध है कि अपनी ज़िम्मेदारी निभाएँ। याद रहे भरी सभा में बेटियों के चीरहरण को चुपचाप देखने वाले चाहे राजनीति के भीष्म हों या ज्ञान के द्रोणाचार्य अंततः पतन न अपयश के भागी बनते ही हैं। मन रो रहा है, आत्मा घायल है। जातीय वैमनस्य की आग में जलते-जलते ये हम कहाँ आ पहुँचे हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।