उत्तराखंड एसटीएफ ने फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार, अमेरिकी नागरिकों को देते थे झांसा
उत्तराखंड में एसटीएफ ने देहरादून के पटेलनगर क्षेत्र में छापा मारकर फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया। पुलिस का दावा है कि छह माह के भीतर इस तरह के तीसरे बड़े कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया है।
उत्तराखंड में स्पेशल टास्क फोर्स कार्यालय में DIG नीलेश भरणे ने पत्रकार वार्ता में ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ टीम को पिछले कुछ समय से देहरादून के पटेल नगर क्षेत्र में फर्जी कॉल सेंटर के संचालन संबंधी सूचना प्राप्त हो रही थी। यहां काम करने वाले अमेरिकी नागरिकों को उनके कंप्यूटर, लैपटॉप सिस्टम के सर्विस के नाम पर कॉल करके ठगी को अंजाम दे रहे थे। इस पर गुरुराम राय पीजी कॉलेज के निकट एक फ्लैट पर संचालित इस कॉल सेंटर में छापा मारा गया। वहां दो व्यक्ति मौजूद मिले। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अपराध का तरीका
आरोपियों ने बताया कि वे डेस्कटॉप और लैपटॉप से अमेरिकी नागरिकों को विभिन्न सॉफ्टवेयर के के माध्यम से फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर संपर्क करते थे। ये उन्हें उनके सिस्टम पर तकनीकी खराबी को ठीक करने का झांसा देकर उनसे इस सर्विस के नाम पर पैसे लेकर ठगी करते थे। इस कार्य के लिए उन्होंने दो टोल फ्री नंबर क्रय किए। जो उनके लैपटॉप व कंप्यूटर पर मौजूद सॉफ्टवेयर से कनेक्टेड हैं। जब कोई अमेरिकी नागरिक अपने देश में सिस्टम डिवाइस की रिपेयर के लिए गूगल कस्टमर केयर नंबर तलाशेगा तो उसे इनका ही नंबर मिलेगा। इस पर संपर्क करने पर वे अमेरिकी नागरिक से खुद को संबंधित कंपनी का अधिकारी बताकर झांसा देते थे। साथ ही खराबी ठीक करने के नाम पर कस्टमर से सौ से लेकर 900 डालर वसूलते थे।
चेक से भी की जाती थी पेमेंट
उन्होंने बताया कि कई अमेरिकी नागरिक चेक से भी भुगतान करते थे। ऐसे चेक को अमेरिका में रहने वाले उनकी सहयोगी Melisaa के खाते में जमा करते थे। इससे वह अपनी कमीशन काटकर दिल्ली स्थित उनके खाते में भेज देती है। गिरफ्तार आरोपियों के तीन बैंक खातों PNB, HDFC,BANK OF INDIA में करीब एक करोड़ 10 लाख की धनराशि जमा है। इसके संबंध में जांच कर बैंक शाखाओं से पत्राचार कर राशि को फ्रीज कराया गया है। साथ ही ईसी सहित अन्य एजेंसियों से संपर्क किया जा रहा है। साथ ही अमेरिका स्थित बैंक ROYAL CREDIT UNION & QUIBICAL TECHNICAL SERVICES की संलिप्तता के संबंध में इंटरपोल से पत्राचार किया जाएगा।
ठगी की राशि से पूरे करते हैं महंगे शौक
एसटीएफ DIG नीलेश भरणे ने बताया कि ठगी गई राशि का उपयोग ये मंहगी गाड़िया खरीदने और रिहायशी भवनों को खरीदने के लिए करते हैं। इस राशि से उन्होंने देहरादून शहर में 60 लाख रुपये की धनरानश का भवन QUEENS COURT APPARTMENT ISBT के पास लिया। साथ ही 16 लाख की KIA SELTOS कार भी धोखाधड़ी की राशि से खरीदी गई है।
इस तरह का पकड़ा गया तीसरा मामला
उल्लेखनीय है कि माह जनवरी में एसटीएफ उत्तराखंड ने बसंत विहार क्षेत्र में एक अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर के संचालक को गिरफ्तार किया था। उसमें अमेरिकी सीनियर सिटीजन से बीमा पालिसी के नाम पर धोखाधड़ी की जाती थी। इसी क्रम में अप्रैल माह में A. D. Builders के नाम से आइटी पार्क पास से कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया था। उक्त कॉल सेंटर के जरिये अमेरिकी नागरिकों को विभिन्न सेवा देने के नाम पर ठगा जा रहा था। अब आज तीसरे मामले का पर्दाफाश किया गया।
ये हैं आरोपी
-वैभव गुप्ता पुत्र अशोक कुमार निवासी ई 10ए क्वीन्स अपार्टमेंट निकट आइएसबीटी पटेलनगर देहरादून।
-सूद खान पुत्र मोहम्मद इकबाल निवासी मूलचन्द एन्क्लेव निकट निहाल रेजीडेंसी पटेलनगर देहरादून।
बरामद सामान
-01 लैपटॉप
-1 कंप्यूटर मय मॉनिटर
– 03 हैडफोन
-1 वायरलेस राउटर
– अपराध से संबंधित अन्य दस्तावेज
-3 पैन ड्राइव
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।