Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

September 24, 2024

चौकी इंचार्ज द्वारा सिख युवक की पिटाई की यूनाइटेड सिख फेडरेशन ने की निंदा

1 min read

उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले में रुद्रपुर में चौकी इंचार्ज द्वारा सिख युवक के साथ की गई अभद्रता और धार्मिक प्रतीकों के अपमान की घटना की यूनाइटेड सिख फेडरेशन देहरादून के अमरजीत सिंह ने कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि इस घटना के चलते सिख समुदाय में गहरा आक्रोश व्याप्त है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है और जांच में आरोप सिद्ध होते हैं, तो पुलिस को कानून के अनुसार कार्रवाई करने का अधिकार है। पुलिस को निष्पक्ष रूप से और कानून के दायरे में रहकर ही कार्रवाई करनी चाहिए। पुलिस को मारपीट का अधिकार नहीं है। संविधान किसी भी समुदाय पर अपमानजनक टिप्पणी करने या उनके धार्मिक प्रतीकों और चिह्नों का अनादर करने का अधिकार पुलिस को नहीं देता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि रुद्रपुर निवासी जिस सिख युवक के साथ अभद्रता की गई, वह कोई अपराधी नहीं था, बल्कि इसी देश का नागरिक है। यदि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन हुआ था, तो उस पर वाहन जब्त करने या अन्य कानूनी कार्रवाई की जा सकती थी। चौकी इंचार्ज द्वारा किया गया कृत्य सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने और प्रदेश में वैमनस्य फैलाने वाला प्रतीत होता है। इसका समर्थन किसी भी रूप में नहीं किया जा सकता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

अमरजीत सिंह ने कहा कि देश के बदलते माहौल में उधमसिंह नगर में सिख युवक के साथ हुई इस घटना सांप्रदायिक सोच को बढ़ावा दे रही है। वह सोच अब सरकारी तंत्र पर भी हावी होती दिख रही है, जो देश के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि यूनाइटेड सिख फेडरेशन उधम सिंह नगर के एसएसपी मणिकांत मिश्रा का आभार प्रकट करता है, जिन्होंने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए सिख युवक की पगड़ी और कड़े का अपमान करने वाले चौकी इंचार्ज पर त्वरित कार्रवाई कर उन्हें लाइन हाजिर किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि दोषी चौकी इंचार्ज संदीप पिलख्वाल को तुरंत निलंबित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और एक उदाहरण स्थापित हो सके।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *