शिक्षक एवं कवि रामचन्द्र नौटियाल की कविता-पवित्र प्रेम का बन्धन
पवित्र प्रेम का बन्धन
भाई बहिन के
पवित्र प्रेम का बन्धन
रक्षाबंधन रक्षाबंधन
राजा बलि की भक्ति
का बन्धन
मां लक्ष्मी की राजा बलि से
हरि की मुक्ति का बन्धन
रक्षाबंधन रक्षाबंधन
पवित्र पूर्णमासी को
मनाया जाये जो
वही है रक्षाबंधन
भाईयों की रक्षा का बन्धन
बहिनों की भाइयों से
रक्षा का बंधन
कृष्ण को द्रौपदी
से चीरहरण में जो
कलाई में बान्धे बन्धन
वही है पवित्र रक्षाबंधन
सैनिकों से देश की रक्षा का बन्धन
सैनिक भाई की दुशमनों
से रक्षा का बन्धन
घर घर में जो प्यार बांटे
वही तो है रक्षाबंधन
कवि का परिचय
रामचन्द्र नौटियाल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गड़थ विकासखंड चिन्यालीसौड, उत्तरकाशी में भाषा के अध्यापक हैं। वह गांव जिब्या पट्टी दशगी जिला उत्तरकाशी उत्तराखंड के निवासी हैं। रामचन्द्र नौटियाल जब हाईस्कूल में ही पढ़ते थे, तब से ही लेखन व सृजन कार्य शुरू कर दिया था। जनपद उत्तरकाशी मे कई साहित्यिक मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां दे चुके हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।