शिक्षक एवं कवि रामचन्द्र नौटियाल की कविता-पहाड़ का जीवन
पहाड़ का जीवन
पहाड़ जैसा कठोर यहां का जीवन
डूबते सूरज के बाद की ठंडक का
आभास देता
पहाड़ का जीवन
लक्ष्य की ऊंचाई पर
चढने की प्रेरणा देता पहाड़ का जीवन
दुःखों से ही भरा नहीं है
पहाड़ का जीवन
ॠषि मुनियों की तपस्थली
पहाड का जीवन
मलेथा की गूल का सृजन है
पहाड का जीवन
टापुओं की मंजिल
टेढी मेढी सड़कों का संघर्ष
पहाड़ का जीवन
गंगा की अविलता पहाड़ का जीवन
मखमली बुग्याल की कोमलता
पहाड़ का जीवन
पर्यावरण का सन्देश
पहाड़ का जीवन
पन्त की सुकुमार कोमल
ह्रदयता पहाड़ का जीवन
शिवप्रसाद डबराल चारण का
इन्साइक्लोपीडिया
पहाड़ का जीवन
बावन गढ़ों की गाथा है
पहाड़ का जीवन
पूरे देश का चमकता माथा है
पहाड़ का जीवन
औरत का त्याग व संघर्ष है
पहाड़ का जीवन
सती माता तीलू रौतेली रामी
बौराणी के त्याग और बलिदान का
प्रतीक है पहाड़ का जीवन
कवि का परिचय
रामचन्द्र नौटियाल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गड़थ विकासखंड चिन्यालीसौड, उत्तरकाशी में भाषा के अध्यापक हैं। वह गांव जिब्या पट्टी दशगी जिला उत्तरकाशी उत्तराखंड के निवासी हैं। रामचन्द्र नौटियाल जब हाईस्कूल में ही पढ़ते थे, तब से ही लेखन व सृजन कार्य शुरू कर दिया था। जनपद उत्तरकाशी मे कई साहित्यिक मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां दे चुके हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।