शिक्षक एवं कवि प्रदीप मलासी की गढ़वाली कविता- पहाड़ों मा चौमास
चौमास की बात
यू अंधेरी रात
बरखा की छिमडाट
गाड़ गदरा कु सुंस्याट
मरोडों कु ठाठ
जन्माष्टमी का हाट
हरेला की रीत
नंदाष्टमी का गीत
मुंगरी अर् काखडी
बामण जी राखडी
मैत की खुद
आपदा को दुःख
कवि का परिचय
नाम-प्रदीप मलासी
शिक्षक, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बुरांसिधार घाट, जिला चमोली।
मूल निवासी- श्रीकोट मायापुर चमोली गढ़वाल, उत्तराखंड।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।