ब्यो-काजा लग्न गुम- सुम हुयूं सरग, न बरखणूं- अखरणूं च, चौदिसौं बुजिना लग्यां, न सरकणूं-फरकणूं च.. दिनम चुड़ापटी घाम, ब्यखुनिदां...
Deendayal Banduni ‘Deen’
मिं गौड़ि छूं आज मेरी-कनि कुगति, मेरा गढवाऴ म हूंणीं च. कै मुखन मींकु-माँ ब्वद्वा, मेरि जिकुड़ी रूणीं च.. जब...
लेखणु-पढ़णु लेखि- पैड़िक - मनखि, उतीरण-ह्वे जांद. सीखि-सीखी, काम-काजा परवीण-ह्वे जांद.. पढ़णा-लेखड़ा कि बल, क्वी उमर नि हूंदि. पुस्तैनी हुनर...
पुरणि-होऴि पैल्या होली- होरि छै, अब ह्वे ग्याई- हौरि. हुलियारौं-आंण देखिक, सरैल जांदा-डौरि.. तब- हुलयारौ आंद छा, गौं- गौं द्वारौं-...
आदत सब मेरू-लेख्यूं पढी, मीं नि पैढ़ू-कैकु भी. ईत रैगे-हमरि सोच, दोष नी ये - वेकु भी.. लेखण- पढ़णा ज्यू...
जीवन-दर्शन एक जगा कख, कबि-रुकि पा जीवन. कबि सुखित, कबि- दुखि रा जीवन.. मस्त तभी-तक, जब तक छौ बचपन. समझ...
जीवन कि सच्चै यूँ आख्यूंन जो देख्याल़, वी च सच्चू. ज्यूम धरी जो बांच्याल़, वी च सच्चू.. छ्वीं बतौं म-अधा...
ज्यूंदु छूं स्वींणा सास- बिस्वास दिलांद, ज्यूंदु छूं. सुवेर उठि - अफथैं जपकांद, ज्यूंदु छूं.. धार-छोड़ौं फरि अयूं, आज सब्यूं...
स्वाचा दुन्यां का रंगा- दंगौं म, रंगमत न ह्वावा. अपड़ा ऐथर - पैथर भि, द्यखद रावा.. तुमी छा- जौंन यो...
ब्यटलौं क भोऽर चल़णू , हमरु घर- संसार च. ब्यटलौं मीलु ऊं कु अधिकार, आज दरकार च.. ब्यटलौं न दे-लाड-प्यार,...