जब मैं खुद के अंदर देखता हूँ.... जब मैं खुद के अंदर देखता हूँ, एक नया किरदार पाता हूँ, एक...
साहित्य
हाँ एक फूल हूँ मैं। नाजुक कलियों में खिलता हूँ। हर रंग में मिलता हूँ। कभी गर्मी,कभी सर्दी से लडता...
सर्दी की रात के करीब साढ़े 11 बजे का समय। हल्की बूंदाबांदी ने मौसम को और ठंडक बना दिया। हाईवे...
पर्यावरण की रक्षा खातिर ऐ तथाकथित विकासवादियों ! मां का सीना मत चीरो। भोग बिलास लिप्सा खातिर ,जख्म धरा पर...
अपना आईना जिंदगी से लम्हा चुरा बटुए में रखता रहा ! फुर्सत से खरचूंगा बस यही सोचता रहा। उधड़ती रही...
चाहरदीवारी….घर तो बनाना, पर चाहरदीवारी ना बनानामंजिलें बढ़ा लेना,पर ये बीमारी ना बनानाखुले रहने देना, घर के आंगनों को..बच्चों के...
कोरोना के पोस्टर लिखकर ! मैं अंग्रेजी का था मास्टर, हिंदी भी अच्छी सीख गया !कोरोना के पोस्टर लिख कर,लेखन...
चलो एक बार फिर से… चलो एक बार फिर से,उंचाइयों को चूमते हैं,नया इतिहास रचते हैं,नया पैगाम पहुँचाते हैं,सोए हुए...
मोबाइल में मैसेज आने पर अंकित को पता चला कि बैंक में सेलरी आ गई है। मैसेज पढ़ने पर उसे...
सूरज को कहूँ चन्दा तो ये ही बात सही है।तुम उसको गलत कहोगे हमनें जो बात कही है।1। तुम्हारी इतनी...