वोट दीणकु जरूर जावा दाना-सयाना,दीदी-भुलि, टक लगै सूणि ल्यावा। यो हमरु चुनौ कु पर्व च, वोट दीणकु जरूर जावा। याद...
कवि
हाथों में रंग हो। दिलों में उमंग हो। अछूता कोई भी रंग से न अंग हो। होंठों पे गीत हो।...
मैं जागरूक मतदाता हूँ, मत से आभार जताता हूँ। मेरे मत से सरकार बने, मैं भारत का मतदाता हूँ।। ई...
बैर का न रंग हो रंग में न भंग हो। बैर का न रंग हो। रंग का मज़ा कहां मुहब्बत...
ये आफ़त की बारिश है। ये मौसम की साज़िश है। लगे, अन्नदाताओं से ये इसकी इक रंजिश है। आंखों में...
गंगा गंगा के घाट पर बैठकर गंगा को निहारते हुए बीत जाता है समय जल्दी जल्दी गंगा की गहराई जितनी...
सरकार क्या, ये भी कोई सरकार है। मुद्दों पर सोई सरकार है। मुहब्बत के देश में नफ़रतें, ये अब तक...
देश पूरा चरना जुलूस, रैली, प्रदर्शन, धरना। मांगें हमारी मानो वरना ? देश हितों से हमें क्या लेना, हमें तो...
हुई बेईमानों की हार। विजयी हुआ कुलदीप कुमार। मुंह दिखाने लायक वे रहे न पड़ी ऐसी न्याय की मार। आगे...
आदमी परेशान है। काग़ज़ों में अमीर है। आज भी जो फ़कीर है। खलिहान में न धान है। आज रहा न...