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December 16, 2024

चारधाम यात्रा में हेली सेवा के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को एसटीएफ ने दबोचा, पीओएस मशीन बरामद

उत्तराखंड के चारधाम में हेली सेवा के टिकटों की बुकिंग के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को उत्तराखंड एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। उससे पीओएस मशीन भी बरामद की गई है। इससे पहले गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार किए जा चुके हैं। आरोप है कि इस गिरोह ने हेली सेवा के नाम पर 41 फर्जी वेबसाइट भी बनाई हुई थी। इन्हें पहले ही ब्लॉक करा दिया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मिली थी कई शिकायतें
साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन की ईमेल ccps.deh@uttarakhandpolice.uk.gov.in पर उत्तराखंड राज्य के साथ-साथ विभिन्न राज्यों से पीड़ितों द्वारा हैली सेवा बुकिंग के नाम पर उनके साथ हुयी धोखाधड़ी के संबंध में ई-मेल प्राप्त हुई थी। इसके आधार पर एसटीएफ उत्तराखंड ने साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की। सभी शिकायतों की प्रारंभिक जांच सब इंस्पेक्टर आशीष गुसाईं ने की। इसके साथ ही उन्होंने पूरे भारत में सैकड़ों लोगों को बचाने के लिए इस गिरोह की 41 वेबसाइटें भी ब्लॉक करवा दी थी। इस प्रक्रिया में गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर प्राप्त विभिन्न शिकायतों के तकनीकी विश्लेषण (डाटा विश्लेषण) में उन्हें I4C डॉक्टर दीपक द्विवेदी, रूशी मेहता, आशीष भारद्वाज, रूपाली दत्ता और सब्बीर की टीम द्वारा सहायता प्रदान की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पहले दो किए गए थे गिरफ्तार
उत्तराखंड एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि जांच में जुटी पुलिस टीम ने द्वारा अथक मेहनत से साक्ष्य एकत्रित करते हुये इस गिरोह का पर्दाफाश किया था। इस मामले में सन्नी राज पुत्र उमेश दास निवासी ग्राम मोहब्बतपुर, पोस्ट पन्हेसा, थाना शेखोपुर सराय, जनपद शेखपुरा, बिहार और बॉबी रविदास पुत्र उमेश दास निवासी ग्राम मोहब्बतपुर, पोस्ट पन्हेसा, थाना शेखोपुर सराय, जनपद शेखपुरा, बिहार को बिहार के जिला शेखपुरा से गिरफ्तार किया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

अब मुख्य सरगना को दबोचा
पुलिस ने गिरोह के एक मुख्य सरगना नीरज कुमार पुत्र अवधेश प्रसाद निवासी ग्राम पोक्सी, पोओ केसोरी थाना पकरीबरवां जनपद नवादा बिहार को भी बिहार के जनपद नवादा से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। इनके द्वारा विभिन्न फर्जी वेबसाईट्स बनाकर, मोबाईल नम्बरों, मोबाईल हैण्डसैटों व बैंक खातों का प्रयोग कर स्वयं को पवनहंस हैली सर्विस का कर्मचारी दर्शाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इन लोगों से की गई ठगी
ये लोगों के व्हट्सएप पर सम्पर्क स्थापित कर पवनहंस हैली सर्विस के कर्मचारी बनकर फर्जी आईडी भेजकर लोगों को फांसते थे। श्रीकोटी कल्याणी पत्नी जगदेश्वर रॉव निवासी नारसीपट्नम, जिला अंकापल्ली, आंध्रा प्रदेश, अशोक प्रजापति पुत्र शान्तिलाल निवासी ए33, निकट कैडिला ब्रिज, अहम्दाबाद, गुजरात सहित कई लोगों से का हैली सेवा टिकट बुक करवाने के लिए धोखाधड़ी की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

अपराध का तरीका
ये लोग अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर फर्जी आईडी पर मोबाईल हैण्डसेट व सिमकार्ड प्राप्त कर हैली सेवा कम्पनियों की फर्जी आईडी बनाकर हैली सेवा कम्पनियों के नाम से वेबसाईट्स बनावा कर हैली सेवा टिकट की ऑनलाईन बुकिंग के नाम पर लोगों को फांसते थे। पीड़ितों द्वारा हैली सेवा टिकट की ऑनलाईन बुकिंग के लिए उक्त वेबसाईट पर विजिट करने पर व क्लिक करने पर अभियुक्त के व्हट्सएप्प से सम्पर्क हो जाता था। इस पर अभियुक्त द्वारा पीड़ितों को हैली सेवा कम्पनियों की फर्जी आईडी भेजकर टिकट बुकिंग का विश्वास दिलाकर फर्जी बैंक खातों में पैसा डलवा कर धोखाधड़ी की जाती है। इस काम में विभिन्न मोबाईल हैण्डसेट, सिम कार्ड व फर्जी बैंक खातों का प्रयोग किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पीओएस मशीनों का ऐसे करते हैं उपयोग
इस मामले में साइबर अपराधी ने FINO पेमेंट बैंक POS मशीन का इस्तेमाल किया है। अपराधी फिनो मित्रा ऐप इंस्टॉल करता है और फिर किसी भी बैंक के एटीएम कार्ड को पीओएस मशीन से स्वाइप कर लेता है। पैसा तुरंत फिनो पेमेंट बैंक खाते में स्थानांतरित कर दिया जाता है। उनके अपराधी से आगे विभिन्न बैंक खातों में स्थानांतरण और अंत में एटीएम निकासी। पूरी प्रक्रिया में केवल कुछ मिनट लगते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आपराधिक इतिहास
मुख्य सरगना दिसंबर वर्ष 2021 में कोतवाली जयपुर राजस्थान पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था। आरोप था कि फोन पर लड़की बनकर वह लोगों को ठगता है। वहां से वह जमानत में बाहर है।
अभियुक्त से बरामदगी
1.मोबाईल फोन 09
2.टैब 01
3.मोबाईल सिम 05 विभिन्न कम्पनी
4.फर्जी मोहर 01
5.एटीएम कार्ड 09, विभिन्न बैंकों के
6.पैन कार्ड 02
7.आधार कार्ड 04
8.बैंक पासबुक 03, विभिन्न बैंकों की
9.ब्लैंक चैक बुक
10.एटीएम कार्ड स्वैप मशीन
11.रजिस्टर 01
नोट- गिरफ्तार अभियुक्त के पास 04 आधार कार्ड है, जिसमें 01 आधार कार्ड अलग नाम व पते का भी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पुलिस टीम
1-निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल
2-उनि कुलदीप टम्टा
3-अउनि मुकेश पाल
4-अउनि मनोज बेनीवाल
5-कानि सोहन बडोनी
6-कानि अनिल कुमार
7-कानि प्रमोद
8-कानि मोहन असवाल
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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