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April 16, 2025

रिटायर्ड मेजर को नौकरी डॉट कॉम में आवेदन के बाद आया फोन, फिर ठग लिए 30 हजार रुपये, एसओजी ने किया गिरफ्तार

नौकरी का झांसा देकर लोगों से पैसे ऐंठने के मामले में एसओजी नैनीताल ने एक शातिर को गिरफ्तार किया। इसमें हल्द्वानी कोतवाली टीम ने भी सहयोग किया।

नौकरी का झांसा देकर लोगों से पैसे ऐंठने के मामले में एसओजी नैनीताल ने एक शातिर को गिरफ्तार किया। इसमें हल्द्वानी कोतवाली टीम ने भी सहयोग किया। आरोपी ने उत्तर प्रदेश के गौतम बुध नगर में बाकायदा आफिस खोला हुआ था। वहां से पुलिस टीम उसे गिरफ्तार कर लाई है।
हल्द्वानी पुलिस के मुताबिक 10 दिसंबर 2020 को मेजर (अ.प्रा.) भवन चन्द्र भटट निवासी ग्राम करायल जौलासाल हल्द्वानी जनपद नैनीताल ने ठगी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया कि उन्होंने नौकरी डॉट कॉम पर नौकरी के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। इस पर नौ दिसंबर 20 को उन्हें एक व्यक्ति का फोन आया। उसने बताया कि वह नौकरी डॉट कॉम से संबंधित है। नौकरी के लिए रजिस्ट्रेशन और अन्य कार्यों के नाम पर उसने 30 हजार की रकम धोखाधड़ी से ठग ली।
इस मामले में एसओजी ने जांच की और छजारसी कालोनी एसजेएम हास्पिटल के पास सेक्टर-63 नोएडा थाना फेस-3 जिला गौतम बुद्ध नगर मे डिजिल ट्री स्पेस प्राइवेट लिमिटेट नामक कंपनी पर छापा मारा। इस दौरान उससे निदेशक रवि जैन पुत्र प्रकाश चन्द्र जैन को गिरफ्तार कर लिया।
ऐसे करता था ठगी
पूछताछ में रवि जैन ने बताया कि वह खोड़ा सेक्टर 62 ए राजीव विहार में डिजिटल ट्री स्पेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चलाता है। इस ऑफिस को वर्ष 2018 माह अक्टूबर से लगातार चला रहा है। इसमें उसने डेटा एन्ट्री आपरेटर के रूप में पूजा गुप्ता, रौशनी गुप्ता पुत्रीगण राम चन्द्र गुप्ता एंव आनन्द भारती पुत्र रतन भारती को रखा है। जो उसके कहने पर बेरोजगार लोगों का बायोडाटा कम्प्यूटर में अपलोड करते थे। वे monsterindia-com के साथ ही अन्य वेबसाइट के माध्यम से बेरोजगार लोगों का डेटा उठाते थे।
इसके बाद वे आवेदको को कॉल कर उनको गुमराह करते थे कि आपने हमारी साइड पर नौकरी के लिये आवेदन किया है। इसमें नौकरी लगवाने व रजिस्ट्रेशन के नाम पर लोगों से अलग अलग खातों में रुपये जमा कराते थे। अब तक करीब 10 लाख रुपये से ऊपर की धनराशि वे अलग अलग खातों में जमा करा चुके हैं। ऐसी रकम ज्यादा बड़ी ना होने के कारण कोई मुकदमा नहीं लिखवाता था।
उसने बताया कि उसके कार्यालय में जो कर्मचारी थे, उन्हें इसका पता नहीं था कि वह ठगी करता है। उन्हें सिर्फ डाटा एकत्र करने को कहा गया था। लोगों से ठगी और फोन आदि वह स्वयं करता था। पुलिस के मुताबिक आरोपी इंटरमीडिएट तक पढ़ा है। काफी जगह नौकरी करने के बाद भी उसे जब पांच दस हजार महीने के मिले तो उसने ऐसी ठगी का काम शुरू किया। वह एक से डेढ़ लाख रुपये महीने कमा रहा था।
बरामदगी
1-03 एचपी कम्पनी के लैपटाप मय चार्जर
2- 01 अदद टीपी लिंक कम्पनी का राउटर
3- 01 पावर कनैक्टर
4- 09 एटीएम कार्ड अलग-अलग बैंकों के
5- 05सैमसंग कम्पनी के की-पैड मो0 फोन
6- एमआई कम्पनी का मोबाईल फोन
7- 21900 रूपये नगद बरामद।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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