Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

January 19, 2025

शर्मिष्ठा के काव्य संग्रह ‘एक हलफनामा’ का लोकार्पण, मानवीय संवेदनाओं का है हलफनामा

कवयित्री शर्मिष्ठा के काव्य संग्रह ‘एक हलफनामा’ का लोकार्पण शनिवार सायं देहरादून स्थित दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के सभागार में किया गया। लोकार्पण के पश्चात इस काव्य संग्रह पर गहन चर्चा भी की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तराखंड के सुपरिचित पत्रकार, शायर एवं रचनाकार लक्ष्मी प्रसाद बडोनी ‘दर्द गढ़वाली’ की ओर से की गई । (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

दर्द गढ़वाली ने ‘एक हलफनामा’ पर अपने विचार और टिप्पणी प्रकट करते हुए कहा कि ‘एक हलफनामा’ अमृता प्रीतम को समर्पित तकरीबन 70 कविताओं का एक उत्कृष्ट संग्रह है जो कि पाँच भागों में विभाजित है। उन्होंने यह भी कहा कि कवयित्री शर्मिष्ठा की कविताएं जहां मानवीय संवेदनाओं को प्रकट करने में पूरी तरह सक्षम दिखती हैं। वहीं यह कविताएं प्रकृति के प्रति उनकी नजदीकी को भी झलकाने का प्रयास करती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम में मौजूद चर्चाकारों मनोज बर्थवाल एवं दीपांजलि सिंह ने लेखिका शर्मिष्ठा से उनके काव्य संग्रह पर विस्तार से चर्चा की। चर्चा के दौरान कवयित्री के लेखन की प्रेरणा, प्रकृति, कश्मीर एवं देवभूमि उत्तराखंड पर केंद्रित उनके लेखन पर क्या प्रभाव प्रभाव पड़ने के अलावा लेखिका अमृता प्रीतम किस तरह उनकी प्रेरणा स्रोत बनी हैं यह सब पाठकों के समक्ष सामने आया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम के प्रारम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने उपस्थित अतिथि जनों व लोगों का अभिनंदन किया। कार्यक्रम का संचालन बीना रायक्वर ने किया। इस अवसर पर राज्य कर उपायुक्त विजय कुमार ‘द्रोणी’, सुंदर सिंह बिष्ट, केबी नैथानी, सोमेश्वर पांडे, कांता डंगवाल, गणनाथ मनोड़ी, चन्दन सिंह नेगी, प्रह्लाद सिंह, भारती पांडे, मदन सिंह, शादाब मशहीदी, हिमांशु सहित शहर के प्रबुद्धजन, कवि, लेखक उपस्थित रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Website |  + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page