शिक्षक माधव सिंह नेगी की पढ़िए कविता और देखें कविता कलेंडर

शुभेच्छा
हम सबके के आँगन में,
छाए नित नई बहारें।
सहयोग व सद्भाव रहे,
आपस में स्नेह रहे व प्रेम रहे।
शीत संताप का प्रकोप मिटे
रोग दोष सब दूर हों ,
कृपा अपार रहे प्रभु की,
खुशियों की बौछारें हों।
देश का गौरव बढ़े,
नित नूतन उन्नति मिले।
जगमग-जगमग घर द्वार रहे,
सुख समृद्धि अपार रहे।
मन, वचन, कर्म में शुचिता हो,
परहित का सदा विचार रहे।
शुभता के गीतों को गाता,
मन वीणा का तार रहे।
कुशल लोक व्यवहार रहे,
प्रगति पथ से न विचलित हों,
ईश भजन हो नित हर घर में,
सेवा जीवन का सार रहे।
जीवन पथ आलोकित हो सबका,
सकल मंगल संसार रहे।
नूतन वर्ष की मंगल बेला पर,
यही शुभकामना, सबके लिए।
कवि का परिचय
माधव सिंह नेगी
प्रधानाध्यापक, राजकीय प्राथमिक विद्यालय जैली, ब्लॉक जखोली, रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।