सीडीएस जनरल बिपिन रावत को समर्पित राजेंद्र प्रसाद जोशी की कविता-विश्वास किंतु नहीं खोना है

विश्वास किंतु नहीं खोना है
चारो ओर फैली निराशा,
दिखती नही कहीं कोई आशा,
विश्वास किंतु नही खोना है ।
हो रात अधेरी लंबी मगर,
फिर भी सुबह को होना है ।
घिर चुकी घनघोर घटाएं हैं,
हर तरफ गमों के साए हैं,
अश्कों ने नैन भिगाएं हैं,
पर याद हमें ये रखना है,
दुख कितना ही घेरें हमको,
एक दिन तो फिर सुख होना है ।
विश्वास किंतु नहीं खोना है ।।
संसार की है ये रीत सदा,
जो आता है वह जाता है,
किंतु महान व्यक्तित्वों की,
रिक्ति कहां कोई भर पाता है,
मानकर विधि का यह विधान,
हमें बस धैर्य बनाए रखना है ।
विश्वास किंतु नहीं खोना है ।।
कवि का परिचय
राजेंद्र प्रसाद जोशी
अनुदेशक (Instructor)
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (महिला) देहरादून, उत्तराखंड।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।