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August 2, 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल आएंगे केदारनाथ, शंकराचार्य जी की समाधि का करेंगे लोकार्पण, होगी जनसभा

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी पांच नवंबर को बाबा केदार के धाम केदारनाथ आ रहे हैं। इस दौरान वह यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इसके साथ ही वह कई परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी पांच नवंबर को बाबा केदार के धाम केदारनाथ आ रहे हैं। इस दौरान वह यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इसके साथ ही वह कई परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे। इसमें मंदाकिनी रिटेनिंग वाल आस्थापथ और घाट, मंदाकिनी रिटेनिंग वाल आस्थापथ, तीर्थ पुरोहित आवास और मंदाकिनी नदी पर बना गरुड़चट्टी पुल शामिल है। वहीं, सरकार चारों धामों आंदोलन कर रहे तीर्थ पुरोहितों को कुछ हद तक मनाने में कामयाब हो गई है। ऐसे में पीएम मोदी के दौरे के दौरान विरोध की संभावना कम है।
गौरतलब है कि चारों धामों के तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज उत्तराखंड में देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। एक नवंबर को पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को तीर्थ पुरोहितों से केदारनाथधाम से बगैर दर्शन के वापस लौटा दिया था। वहीं, त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी फेसबुक में केदारनाथ धाम की तस्वीर पोस्ट करने के साथ लिखा था कि उन्होंने बाबा केदार के दर्शन किए। विरोध को देखते हुए तीन नवंबर को सीएम पुष्कर सिंह धामी के साथ कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और सुबोध उनियाल केदारनाथ धाम गए थे। यहां उन्होंने तीर्थ पुरोहितो से बात की। इस दौरान सीएम ने आश्वासन दिया कि उनकी भावनाओं का सम्मान किया जाएगा। वहीं, सुबोध उनियाल ने कहा था कि इस संबंध में 30 नवंबर तक फैसला हो जाएगा। इसके बाद सरकार मानकर चल रही है कि अब विरोध नहीं होगा।
पांच नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी का उत्तराखंड में केदारनाथ धाम पहुंचने का कार्यक्रम है। वह केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे। वह श्री आदि शंकराचार्य समाधि का उद्घाटन करेंगे और श्री आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। गौरतलब है कि वर्ष 2013 की केदारनाथ में आई बाढ़ में विनाश के बाद समाधि का पुनर्निर्माण किया गया है।
केदारनाथ में आदि शंकराचार्य समाधि में स्थापित की गई प्रतिमा कर्नाटक के मैसूर में तैयार की गई, जिसे सड़क मार्ग से गोचर पहुंचाया गया, यहां से भारतीय वायु सेना के हेलीकाप्टर से केदारनाथ धाम पहुंचाया गया। मूर्ति स्थापित करने के लिए पांच मूर्तिकारों की टीम भी कर्नाटक से केदारनाथ पहुंची थी। केदारनाथ में शंकराचार्य समाधि में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित की गई है। मूर्ति कर्नाटक में तैयार की गई। पांच मूर्तिकार बैंगलूर से केदारनाथ पहुंचे थे। प्रतिमा कृष्णाशिला पत्थर से तैयार की गई है। मैसूर के मूर्तिकारों ने इसका निर्माण किया है।
यह तीन हिस्सों में है। केदारनाथ में शंकराचार्य समाधि का निर्माण कर रहे वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी के केदारनाथ प्रभारी मनोज सेमवाल ने बताया कि शंकराचार्य की प्रतिमा केदारनाथ भारतीय वायु सेना के हेलीकाप्टर से पहुंचाई गई। इसे भारतीय वायु सेना के हेलीकाप्टर चिनूक से पहुंचाया। बताया कि मूर्ति को स्थापित करने के लिए कर्नाटक से पांच मूर्तिकार आए हैं। इन लोगों ने मूर्ति को समाधि स्थल पर स्थापित किया।
आपदा के बाद से चल रहे हैं निर्माण कार्य
जून 2013 की त्रासदी में तबाह हुई केदारपुरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप नए कलेवर में निखर रही है। केदारपुरी को उसकी दिव्यता एवं भव्यता के अनुरूप संवारा जा रहा है। प्रथम चरण में वहां 225 करोड़ रुपये की लागत के कार्य पूरे हो चुके हैं, जबकि 184 करोड़ के काम शुरू किए जा रहे हैं। केदारनाथ के प्रति गहरी आस्था रखने वाले प्रधानमंत्री मोदी पांच नवंबर को केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के साथ ही लोकार्पण व शिलान्यास भी करेंगे। उनके हाथों ही केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की समाधि स्थली में शंकराचार्य की भव्य प्रतिमा का अनावरण होना है। प्रधानमंत्री के रूप में नमो का यह पांचवां केदारनाथ दौरा है।
मोदी के विजन के अनुरूप हो रहे काम
जून 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद सबसे बड़ी चुनौती थी केदारपुरी का पुनर्निर्माण, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के विजन और केंद्र सरकार के मार्गदर्शन में केदारपुरी का मास्टर प्लान इस तरह से तैयार किया गया, जो लंबे समय तक टिकाऊ रहे। केदारपुरी में प्रथम चरण में 225 करोड़ की लागत से आदि शंकराचार्य की समाधि का निर्माण व प्रतिमा की स्थापना, सरस्वती, मंदाकिनी नदियों व उनके घाटों की सुरक्षा, सेतु निर्माण, तीर्थ पुरोहितों के आवास का निर्माण, आस्था पथ संबंधी कार्य पूर्ण हो चुके हैं। द्वितीय चरण में वहां 184 करोड़ की लागत के कार्य शुरू किए जा रहे हैं। निर्माण कार्यों को केदारनाथ की धारण क्षमता को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।
बनेंगे फैब्रिकेटेड रेन शेल्टर
केदारनाथ यात्रियों की सुविधा के लिए पैदल यात्रा मार्ग पर पहले पड़ाव गौरीकुंड से लेकर केदारनाथ धाम तक जगह-जगह फैब्रिकेटेड रेन शेल्टर बनाने की मुहिम शुरू की गई है। इस पर 4.22 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
रावल, पुजारियों के लिए तीन मंजिला भवन
केदारनाथ धाम में पूजा के सफल आयोजन के मद्देनजर रावल व पुजारियों को एक छत के नीचे सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरस्वती नदी के पास तीन मंजिला भवन का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 18 कक्ष होंगे। इसके लिए 10 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं।
आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित
वर्ष 2013 की आपदा में केदारनाथ स्थित शंकराचार्य की समाधि भी बह गई थी। प्रधानमंत्री के दिशा-निर्देशन में समाधि विशेष डिजाइन से तैयार की गई। साथ ही वहां शंकराचार्य की 35 टन वजनी प्रतिमा भी स्थापित कर दी गई है।
म्यूजियम में दिखेगी उत्तराखंडी संस्कृति
केदारनाथ में तैयार हो रहे म्यूजियम में धाम की स्थापना से लेकर अब तक का सफर तो सामने होगा ही, उत्तराखंड की लोक संस्कृति से भी श्रद्धालु परिचित होंगे। इसके साथ ही धाम में श्रद्धालुओं के लिए आधारभूत सुविधाएं जुटाई गई हैं और यह क्रम जारी है। केंद्र की प्रसाद योजना के तहत धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केदारनाथ यात्रा मार्ग पर अवस्थापना सुविधाएं विकसित की गई हैं।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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