Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

February 6, 2025

शिक्षक भजन सिंह की कविता- भारतीय राजनीति से आहत एक सैनिक की वेदना

शिक्षक भजन सिंह की कविता- भारतीय राजनीति से आहत एक सैनिक की वेदना। कवि राजकीय इंटर कॉलेज, गुन्दियाट गाँव, उत्तरकाशी में सहायक अध्यापक हैं।

क्यों राष्ट्र के भक्षक-रक्षक से
पराक्रम का प्रमाण माँगते हैं,
संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की
सारी सीमायें लाँघते हैं।।
जला रहे जो देश मेरा
बस उनको आँचल में बिठाते हो,
आन-बान और जान तिरंगा
क्यों मुझ पर ही सवाल उठाते हो।।
मृत नहीं आज बस मौन हूँ मैं,
ये तुम ही बताओ कि कौन हूँ मैं।।
जा रहा हूँ छोड़कर
ये देश मेरा परिवेश मेरा,
कह दे आज भी मुझसे ऐ वतन
अगर है कोई आदेश तेरा।।

कवि का परिचय
नाम- भजन सिंह
सहायक अध्यापक (कला)
राजकीय इंटर कॉलेज, गुन्दियाट गाँव, उत्तरकाशी, उत्तराखंड

Website |  + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

1 thought on “शिक्षक भजन सिंह की कविता- भारतीय राजनीति से आहत एक सैनिक की वेदना

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page