पेट्रोल और डीजल के फिर बढ़े दाम, महंगाई का लग रहा दोहरा तड़का, खाद्य तेल दोगुना, स्कूल फीस बढ़ी, दवा भी महंगी
हर बार महंगाई बढ़ते ही सरकार के पास नया बहाना होता है। वहीं, राजनीतिक दल छिटपुट प्रदर्शन करके इतिश्री कर देते हैं और जनता को बढ़ती महंगाई से कोई लेना देना तक नहीं है।
आज फिर हुई बढ़ोत्तरी
भारत में मंगलवार यानी 5 अप्रैल, 2022 को एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दामों में तगड़ी बढ़ोतरी हुई है। आज फिर पेट्रोल और डीजल दोनों ही एक लीटर पर 80 पैसे महंगे हो गए हैं। पिछले 15 दिनों में यह 13वीं बढ़ोतरी है. इन 15 दिनों में ईंधन तेल में देश में 9.25 रुपये प्रति लीटर की तेजी आई गई है।
प्रमुख शहरों में रेट
आज की बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल 104.61 रुपये और डीजल 95.87 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है। मुंबई में पेट्रोल 119.67 रुपये प्रति लीटर और डीजल 103.92 रुपये पर बिक रहा है। कोलकाता में आज पेट्रोल की कीमत 114.28 रुपये और डीजल की कीमत 99.02 रुपये हो गई है। वहीं, चेन्नई में आज पेट्रोल एक लीटर 110.09 रुपये और डीजल 100.18 रुपये में मिल रहा है।
कच्चे तेल के दामों में फिर से आया है बड़ा उछाल
यूक्रेन में हिंसा, युद्ध की विभीषका और यूक्रेनी नागरिकों के खिलाफ कथित रूप में रूस के अत्याचार को देखते हुए एक बार फिर पुतिन के देश के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की मांग हो रही है। यूएस ने कहा है कि वो रूस पर और प्रतिबंध लगा रहा है, इसके चलते सोमवार को तेल के दामों में चार फीसदी की तेजी आ गई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय समयानुसार मंगलवार को आधी रात के आसपास ब्रेंट क्रूड फ्यूचर में 1.5 फीसदी की तेजी दर्ज हो रही थी और यह 109.11 डॉलर प्रति बैरल पर था। वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट फ्यूचर में 1.6 फीसदी की तेजी के साथ वैल्यू 104.89 पर था।
ऐसे चेक करें अपने शहर में तेल के दाम
देश में अंतरराष्ट्रीय कच्चा तेल बाजार के दामों के मुताबिक हर रोज ईंधन तेल के घरेलू दाम संशोधित किए जाते हैं। ये नए दाम हर रोज सुबह 6 बजे लागू हो जाते हैं।आप घर बैठे ईंधन की कीमत का पता कर सकते हैं। तेल की कीमत पता करने के लिए आपको इंडियन ऑयल मैसेज सेवा के तहत मोबाइल नंबर 9224992249 पर SMS भेजना होगा। इसके लिए आपको मैसेज में लिखना होगा- RSP<स्पेस>पेट्रोल पंप डीलर का कोड। अपने इलाके का RSP कोड जानने के लिए आप इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर जाकर के भी चेक कर सकते हैं। इसके बाद मैसेज के जरिये आपको ईंधन के ताजे भाव का अलर्ट मिल जाएगा।
आमदानी में कम हो रहा इजाफा और खर्च दोगुने
यहां इस तरह से समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि यदि निजी क्षेत्र में कार्यरत किसी व्यक्ति की सेलरी तीस हजार रुपये प्रतिमाह है, तो अमूमन अप्रैल माह से सेलरी में दो हजार रुपये तक ही इंक्रीमेंट लगता है। इसके उलट खर्च को देखेंगे तो राशन पानी में हर माह करीब डेढ़ से दो हजार रुपये तक बढ़ गए हैं। वहीं, स्कूल फीस में पांच सौ रुपये से एक हजार रुपये तक की बढ़ोत्तरी अधिकांश स्कूलों में कर दी गई है। इसके अलावा सब्जी व दवा आदि के दामों में भी वृद्धि हो चुकी है। ऐसे में बढ़ी आमदानी से ज्यादा लोगों का खर्च हो रहा है। ऐसे में घर का बजट बिगड़ने स्वाभाविक है।
राशनपानी में इस तरह हुआ इजाफा
सरसों का तेल जहां वर्ष 2019 में सौ से 120 रुपये लीटर था, वहीं अब 180 रुपये से 220 रुपये लीटर है। रिफाइंड तेल भी 80 से 85 रुपये था, जो कि अब 170 रुपये तक हो गया है। चावल 25 रुपये से बढ़कर 30 रुपये, आटा 28 रुपये से बढ़कर 35 रुपये, मूंग दाल सौ रुपये से बढ़कर 120 रुपये, चना दाल 70 रुपये से बढ़कर 90 रुपये हो गया है। यही नहीं, दो साल में सब्जियों के दाम भी इसी तरह तेजी से बढ़ रहे हैं। दूध में भी हाल ही में दो रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है।
दवा के दामों में भी बढ़ोत्तरी
दवा के दामों में नजर दौड़ाएंगे तो वर्ष 2019 से अब तक इसमें भी इजाफा हुआ है। पैन किलर की तीन रुपये की गोली अब पांच रुपये, एलर्जी की गोली का पत्ता सौ रुपये से पढ़कर 150 रुपये, डायबिटिज का 50 रुपये का पत्ता 80 रुपये, कॉलेस्ट्रोल की तीन टेबलेट 80 रुपये से बढ़कर 120 रुपये, बीपी की गोली का पत्ता 90 रुपये से बढ़कर 130 रुपये हो गया है। इस तरह कई दवाओं के दाम में दो सौ फीसद की बढ़ोत्तरी तक हो चुकी है।
इनके भी बढ़े दाम
टैक्सी का किराया 37 फीसद, होटलों के कमरों का किराया 25 फीसद, मकान का औसतन किराया 40 फीसद बढ़ने के साथ ही स्कूल बैग, स्टेशनरी के दामों में भी वृद्धि हो चुकी है। वहीं, साबुन, तेल, सैंपू, कंडिशनर, सैनेट्री पैड्स जैसे उत्पादों में भी 60 फीसद तक दाम बढ़ चुके हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स आयटम में भी 25 फीसद की बढ़ोत्तरी
42 ईंची के टीवी की कीमत वर्ष 2019 में 25 हजार थी, जो अब बढ़कर 40 हजार हो गई है। 175 लीटर के फ्रीज की कीमत दस हजार से साढ़े बारह हजार, टीवी रिचार्ज 280 रुपये से 380 रुपये, फोन रिचार्ज 40 रुपये से 60 रुपये तक बढ़ गए हैं।
बिजली और पानी की भी बढ़ रही हैं दर
वहीं, बिजली और पानी की दर भी लगातार बढ़ रही हैं। कोरोनाकाल में निजी स्कूलों पर तो दबाव डाला गया कि वे इस दौरान फीस नहीं बढ़ाएंगे, वहीं, राज्य सरकारों ने बिजली और पानी की दरों में बढ़ोत्तरी को बंद नहीं किया। वहीं, कोरोना के नियमों के तहत जब बसों में 50 फीसद क्षमता में बैठने के निर्देश थे तो सरकारी बसों के साथ ही ट्रेन में किराया दोगुना वसूला गया। सरकार एक पैसे ही राहत देने को किसी को तैयार नहीं है। वहीं, निजी स्कूलों ने यदि सिर्फ ट्यूशन फीस ली तो इसका खामियाजा शिक्षकों को भुगतान पड़ा। उनके वेतन से पचास से 80 फीसद की कटौती की गई। वहीं, एक अप्रैल से टोल के रेट भी बढ़ गए।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।