परिवहन निगम में आउटसोर्स एजेंसी से चालकों और परिचालकों की भर्ती का विरोध, कर्मचारी यूनियन ने दी चेतावनी

इस अवसर पर सीटू के प्रांतीय सचिव लेखराज ने कहा कि उत्तराखंड परिवहन निगम में आउट सोर्स एजेंसी से चालक और परिचालको की भर्ती करने को कहा गया हैं। इससे भर्ती किये जाने के पश्चात उनका शोषण किया जाता है। इस प्रकार सरकार परिवहन निगम को निजी हाथों में दे रही है। उन्होंने कहा कि चालक परिचालकों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। साथ ही उनकी सामाजिक सुरक्षा भी खतरे में है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि परिवहन निगम वर्षो से कार्यरत संविदा कर्मचारियों, चालक और परिचालकों को नियमित किया जाए। मृतक आश्रितों को निगम में भर्ती किया जाए। कर्मचारियों को शोषण से बचाया जा सके। इस अवसर पर उत्तराखंड राज्य पथ परिवहन निगम कर्मचारी यूनियन के प्रांतीय महामंत्री दयाकिशन पाठक ने कहा कि निगम में आउट सोर्स एजेंसी के माध्यम से चालक व परिचालकों को रखा जाना शोषण है। पूर्व में भी कई आउट सोर्स एजेंसियों की ओर से चालक और परिचालकों की भर्ती की गई, जिससे उनके ग्रेजुएटी व अन्य देयो से वंचित होना पड़ा। इसकी लड़ाई यूनियन आज तक लड़ रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि भी यह कंपनियां जमा नहीं करती हैं। राज्य कर्मचारी बीमा निगम ईएसआई की सुविधा भी उपलब्ध नहीं कराती हैं। वहीं चालकों और परिचको से इसकी धनराशि ली जाती है। इससे कर्मचारियों का स्वास्थ्य खराब होने के कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यह एजेंसी ऐसी एजेंसी हैं जिनको परिवहन का कोई ज्ञान नही है। मात्र अपना मुनाफा कमाना ही एक धयेय इन कम्पनियों का रह जाता है। मनमाने तौर पर सिक्योरटी के नाम पर प्रत्येक चालक और परिचालकों से अवैध वसूली की जाती है। उसके पश्चात इनकी कोई काम की कोई गारंटी नही रह जाती है। इनको कभी भी काम से हटा दिया जाता है। साथ ही इनकी सिक्योरटी को जब्त कर लेते है। बैठक में यूनियन अध्यक्ष धीरज शाह मुनि, सुरेश रावत, सुखदेव सिंह, रणवीर सिंह, महेश चंद्र, बलवीर रावत, सुरेंद्र बिष्ट आदि उपस्थित थे।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।