ग्राफिक एरा के दोनों विश्वविद्यालयों में बीटेक का नया सत्र शुरू, कॉरपोट जगत की जरूरत के हिसाब से बनाई जाती हैं रणनीति
1 min readउन्होंने कहा कि ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला एक दूरदर्शी लीडर हैं। ग्राफिक एरा में दुनिया की नवीनतम टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल व कारपोरेट जगत की अगले 5-7 सालों की जरूरतों को मद्देनजर रखते हुए छात्र-छात्राओं को भावी प्रोफेशनल्स की तरह तैयार किया जाता है। इस ग्रुप से जुड़कर आप आज सुरक्षित हाथों में आ गए हैं। ग्राफिक एरा दूसरे एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस से अलग है। यहां सिर्फ छात्र-छात्राओं के प्लेसमेण्ट पर ही नहीं, बल्कि उनके नए स्टार्टअप्स और रिसर्च पर भी उतना ही ध्यान दिया जाता है। टीसीएस की हैकाथान, कोड विटा में विश्व के टॉप 30 कोडर्स में 5 छात्र-छात्राओं का ग्राफिक एरा से होना यहां की क्वालिटी एजुकेशन का प्रमाण है। ग्राफिक एरा में कड़े अनुशासन के साथ छात्र-छात्राओं के लिए घर जैसा माहौल होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. जे. कुमार ने अमेरिका से ऑनलाइन जुड़कर बीटेक के नए छात्र-छात्राओं का स्वागत किया। विश्वविद्यालय के देहरादून, भीमताल और हलद्वानी परिसर के नए छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए डा. जे. कुमार ने कहा कि ग्राफिक एरा की डिग्री सिर्फ करियर ही नही बनाती है, बल्कि अपने आप में उत्कृष्टता का भी प्रतीक है। जितनी तेजी से दुनिया बदल रही है उतनी ही तेजी से एम्पोलामब्लिटी के मापदण्ड भी बदल रहे हैं। ग्राफिक एरा का पाठ्यक्रम इंडस्ट्री के जरूरतों के हिसाब से बनाया जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डा. अरविन्द धर ने कहा कि ग्राफिक एरा में छात्र-छात्राओं को ग्लोबल एक्सपोजर मिलता है। ग्राफिक एरा छात्र-छात्राओं के लिए उत्कृष्टता के अवसर पैदा करता है। विश्व की हर बड़ी कंपनी में आज ग्रफिक एरा के छात्र-छात्राएं अपनी शानदार टेक्निकल नॉलेज और काम के लिए पहचाने जाते हैं। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के भीमताल कैम्पस के डायरेक्टर डा. एम सी लोहानी ने उत्तराखण्ड और कुमांऊ क्षेत्र में क्वालिटी एजुकेशन लाने के लिए प्रो. कमल घनशाला के प्रति कृतज्ञता जताई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डीन एकडमिक्स डा. आर. ग्वारी ने कहा कि एक टैक्नोक्रैट हमेशा समाधान ढूंडता है। सफलता पाने के लिए पहले उठना पढ़ता है और तब तक मेहनत करनी पढ़ती है जब तक की सफलता मिल न जाए। इण्टरनेट और गुगल में भले बहुत कुछ हो पर हमारा दिमाग एक सुपर कम्प्युटर है और हमें इसका पूरा इस्तेमाल करना चाहिए। कम्प्युटर सांइस एण्ड इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष डी. बोर्डलाई ने कहा कि ग्राफिक एरा के सीएससी विभाग की ग्रोथ का कारण उसके छात्र-छात्राएं हैं। हमारे छात्र-छात्राएं देश-विदेश में सिर्फ अच्छी नौकरियों पर ही कार्यरत नहीं हैं बल्कि सफल उद्यमी और रिसर्चस भी हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कन्ट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन डा. पंकज राणा ने छात्र-छात्राओं को विश्वविद्याल की परिक्षाओं से जुड़े और चीफ प्रोक्टर डा. एन. सिंह ने अनुशासन से जुड़े नियमों की जानकारी दी। बीटेक फस्र्ट सेमिस्टर के एचओडी डा. अमित मिश्रा ने छात्र-छात्राओं को पाठ्यक्रम की जानकारी दी। स्कूली माहौल से पहली बार विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचे छात्र-छात्राओं का जोश उनके चेहरों पर साफ नजर आ रहा था। जहां कुछ सेल्फि लेते नजर आए वहीं कुछ इन्सटाग्राम रील्स और स्नैपचैट स्ट्रीक बनाते दिखे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।