ललित मोहन गहतोड़ी का कुमाऊंनी गीत- मोबाइल चस्को लाग्यो
मोबाइल चस्को लाग्यो…2
आमा बुबु नानातिना
स्टेटस चैक करनी…2
आजकल फैशना
हाथ हाथ फोना… सबन…
मोबाइल चस्को लाग्यो…
सुन भाई सुन आया अणकसा दिना
प्रश्न को उत्तर खोजि आयो पसीना
गूगल फेसबुक ह्वाटशप ट्वीटर पुछनान
समनै देखिना भांगि सब नजर फेरि दिनान
हाथ घड़ि रेडियो डॉट पैन अब नै देखिनान
हाथ हाथै में मोबाइल चमकि गयिना… सबन
मोबाइल चस्को लाग्यो…
देख ला देख चेल चेलिझा देखिना सेस्नी मैंसना
ओ भांगी मेरि भांगि आयो आब कसो फैशना
भांति भांति मैसना भांति भांति फैशना
सेसनि मैंस फैशना मैंस सेसनि फैशना
खोरि फूटि मैंसना टैम कैई नै थिना
घर घर दुखियारी कसो कसो देखना…सबन
मोबाइल चस्को…
आब सुन भांगि घर घर भितरै बातना
जाति हाथ मोबाइल उति व्यस्त छना
सबन इत उत बैठी बैठी हंसना हंसना
एक फाट ईजा बाज्यु दोस्रा भाई बैना
नाना नानतिना एकटकै चाई रूना
मोबाइल देखि देखि नींद घुरि जाना… सबन
मोबाइल चस्को…
रचनाकार का परिचय
नाम-ललित मोहन गहतोड़ी
शिक्षा :
हाईस्कूल, 1993
इंटरमीडिएट, 1996
स्नातक, 1999
डिप्लोमा इन स्टेनोग्राफी, 2000
निवासी-जगदंबा कालोनी, चांदमारी लोहाघाट
जिला चंपावत, उत्तराखंड।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।