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November 22, 2024

खड़गे ने दिखाए तेवर, कांग्रेस नेताओं से मांगी रिपोर्ट, याद दिलाया फर्ज, मांगा संगठन और आंदोलन का खाका

गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव के बाद अब राजनीतिक दलों ने 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी के तहत कांग्रेस की स्टीयरिंग कमेटी की बैठक बुलाई गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सोनिया गांधी, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता शामिल हुए। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने सभी नेताओं को संबोधित किया और तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को अपना फर्ज याद दिलाया। साथ ही संगठन और आंदोलन का खाका 15 से 30 दिन में देने को कहा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बैठक की शुरुआत करते हुए खड़गे ने कहा कि मैं स्टीयरिंग कमिटी की पहली बैठक में आप सबका स्वागत करता हूं। पूरे देश में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सभी साथियों का भी धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मुझमें विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस संगठन मजबूत होगा, जवाबदेह होगा, लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा, तो ही हम चुनावी जीत हासिल कर देश के लोगों की सेवा कर पाएंगे। मेरा मानना है कि पार्टी और देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी का सबसे बड़ा हिस्सा है – Organizational Accountability from top to bottom. (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

खड़गे ने पदाधिकारों से पूछे ये सवाल
इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी महासचिवों और प्रभारियों से पूछा कि जमीनी स्तर पर क्या-क्या बदलाव किए गए हैं। उन्होंने पूछा- क्या महासचिव और प्रभारी, पदाधिकारी अपने जिम्मेदारी वाले प्रांतों में महीने में कम से कम 10 दिन दौरा करते हैं? क्या आपने हर जिला, इकाई पर जाकर पार्टी के नेताओं से चर्चा की है। क्या स्थानीय समस्याएं जानी हैं? क्या सभी जिला कांग्रेस व ब्लॉक कांग्रेस कमिटी का गठन हो चुका है? क्या आपकी संगठन जमीनी हकीकत के मुताबिक लोगों के लिए संघर्ष कर रही हैं? क्या ब्लॉक व जिला स्तर पर ज्यादा से ज्यादा नए चेहरों को मौका दिया गया है? कितनी इकाईयां ऐसी हैं, जहां जिला व ब्लॉक, पांच साल से नहीं बदले गए? (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

नए लोगों को मौका देने की बात
खड़गे ने पदाधिकारों से पूछा कि आपके प्रदेश में, जिसके आप प्रभारी हैं, अगले 30 दिन से 90 दिन के बीच में संगठन व जनहित के मुद्दों पर आंदोलन के लिए क्या रूपरेखा है? जिन प्रांतों में आज से साल 2024 के बीच विधानसभा चुनाव होने हैं, वहां चुनाव तक क्या प्लानिंग और एक्टिविटी शेड्यूल है। कांग्रेस अध्यक्ष ने सख्त लहजे में कहा कि कुछ साथियों ने यह मान लिया है कि जिम्मेदारी निभाने में कमी को नजरंदाज कर दिया जाएगा। यह न तो ठीक है और न ही मंजूर किया जा सकता। जो लोग जिम्मेदारी निभाने में असक्षम हैं, उन्हें नए साथियों को मौका देना पड़ेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

संगठन और आंदोलन का तैयार करें खाका
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि आप सब संगठन व आंदोलन का एक खाका तैयार कर अगले 15 से 30 दिनों में इस पर मिल-बैठकर मुझसे चर्चा करेंगे। कांग्रेस स्टीयरिंग कमिटी के सदस्यों व पार्टी के अन्य नेताओं को भी जरूरत के अनुसार आप इस कार्यक्रम में शामिल करेंगे। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि देश में एक नया इतिहास लिखने वाली राहुल गांधी जी के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो यात्रा आज 88 दिन पूरे कर रात के समय राजस्थान की सीमा में प्रवेश करेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

नफरत की राजनीति के खिलाफ एक निर्णायक जंग
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा अब एक राष्ट्र आंदोलन का रूप ले चुकी है। एक ऐसा आंदोलन, जो देश में कमरतोड़ महंगाई, भयंकर बेरोजगारी, नाकाबिले बर्दाश्त आर्थिक व सामाजिक असमानता तथा नफरत की राजनीति के खिलाफ एक निर्णायक जंग का आह्वान है। देश के करोड़ों लोग राहुल गांधी जी व कांग्रेस के संकल्प से जुड़े हैं। इनमें भारी संख्या में वो लोग भी हैं, जो कांग्रेस से नहीं जुड़े थे, या फिर हमारी आलोचना किया करते थे। भारत जोड़ो यात्रा का एक राष्ट्रीय जन आंदोलन का रूप ले लेना ही इस यात्रा की सबसे बड़ी कामयाबी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

नेताओं से पूछे सवाल, उनका क्या रहा योगदान
मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूछा कि जिन प्रदेशों से यात्रा निकली है, वहां के कांग्रेसजनों ने आम जनता के साथ जोश व साहस से अपनी आवाज बुलंद की है। मैं इसके लिए उन्हें मुबारकबाद देता हूं पर मैं आपके समक्ष यह भी रखना चाहूंगा कि इस राष्ट्रव्यापी जन आंदोलन को देश के हर गांव, हर शहर, हर व्यक्ति तक पहुंचाने में हम सबकी क्या भूमिका रही है? जहां कई प्रदेशों ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली है, क्या हम इसके बुनियादी उसूलों को हर गांव तक, हर शहर और कस्बे तक ले जा पाए हैं? मुझे लगता है कि हम जो कर पाए, वह एक सार्थक कोशिश तो है, पर नाकाफ़ी है। हम सबको इन मुद्दों को, यात्रा की भावना को, यात्रा के उसूलों को हर घर तक पहुंचाना है। संगठन महासचिव ने इस बारे एक विस्तृत हाथ से हाथ जोड़ो प्लान तैयार किया है, जिसे वह आप सबसे साझा करेंगे। मुझे उम्मीद है कि आप इसे लागू करने बारे पूरी रूपरेखा पार्टी संगठन को देंगे, व जरूरत हो, तो हम मिलकर इस पर चर्चा करेंगे।

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