सुबह गुलदार ने महिला को बनाया निवाला, शाम को शिकारी की गोली का हुआ शिकार, तीन दिन में ले चुका दो की जान
उत्तराखंड में पर्वतीय जिलों के लोग इन दिनों जहां बारिश के दौरान भूस्खलन की समस्या से जूझ रहे हैं, वहीं अब उनकी रात की नींद और दिन का चैन गुलदार उड़ा रहा है। देवप्रयाग क्षेत्र के दुरोगी गांव में तो नरभक्षी के आतंक से लोग दहशत में आ गए। तीन दिन के भीतर यहां गुलदार को महिलाओं को मार चुका है। ऐसे में अब लोग घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। मंगलवार सुबह गुलदार ने एक महिला को निवाला बनाया। इसके कुछ देर बाद ही दूसरी महिला को घायल कर दिया। दोपहर बाद गांव में तैनात शिकारी ने उसे गोली का निशाना बना दिया।
आज मंगलवार यानी 20 जुलाई की सुबह दुरोगी गांव निवासी मदन लाल की पत्नी गुंदरी देवी अन्य महिलाओं के साथ बकरी चराने घर से कुछ दूर जंगल में गई थी। इस दौरान अचानक गुलदार ने गुंदरी देवी पर हमला कर दिया और उसे घसीटते हुए जंगल ले गया। साथ की महिलाओं ने जब शोर मचाया तो ग्रामीण आवाज सुनकर घटनास्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों की सूचना पर रेंज अधिकारी देवेंद्र पुंडीर, तहसीलदार एसएस कठैत और पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। टीम ने महिला की तलाश की तो कुछ ही दूर उसका अधखाया शव पड़ा मिला। महिला के गले पर दांत व नाखून के निशान थे, जिस कारण उसकी मौत हुई। इसके बाद गुलदार ने एक और महिला को घायल कर दिया था। वहीं दोपहर बाद इसे शिकारी ने ढेर कर दिया। फिलहाल गांव में गुलदार के आंतक से निजात मिल गई है।
बीती 18 जुलाई को दुरोगी गांव की ही शकुंतला देवी को गुलदार ने घर के आंगन से ही उठा लिया था। शकुंतला देवी का शव भी आधी रात को जंगल में मिला। 15 जुलाई को भी गुलदार ने दुरोगी गांव निवासी एक महिला हमला कर उसे घायल कर दिया था।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।