सुनिए कोरोना से उपजे हालात पर मनोहारी गढ़वाली गजल-बगत कनु यु सगत आई, स्वर-आलोक मलासी
कोरोना से उपजी परिस्थितियों को लेकर इस गजल-बगत कनु यु सगत आई, की रचना उत्तराखंड के मदन ढुकलान ने की। इस गीत को संगीत और आवाज आलोक मलासी ने दी।

कोरोना से उपजी परिस्थितियों को लेकर इस गजल-बगत कनु यु सगत आई, की रचना उत्तराखंड के मदन ढुकलान ने की। इस गीत को संगीत और आवाज आलोक मलासी ने दी। विज्ञान के शिक्षक आलोक मलासी की रुचि गीत व संगीत में है। वह एक रंगकर्मी भी हैं। वह देहरादून के जौगीवाला में रहते हैं। गीत को संगीत देने के साथ ही उसमें आवाज देने के लिए कई क्षेत्रीय फिल्म मेकर उनकी सहायता लेते हैं। वहीं, मदन ढुलकान भी कवि, साहित्यकार और रंगकर्मी हैं। वह भी देहरादून में निवास करते हैं।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।