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November 12, 2025

पहाड़ी में भूस्खलन के मलबे में दबी हरिद्वार रूट की बस, 11 की मौत, 10 को बचाया, कई के मलबे में दबे होने की संभावना

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निगुलसेरी में नेशनल हाईवे-5 पर चीड़ जंगल के पास चट्टानें दरकने से बड़ा हादसा हो गया। चट्टानें गिरने से एचआरटीसी बस मलबे में दब गई। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, वहीं, दस लोगों को बचा लिया गया।

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निगुलसेरी में नेशनल हाईवे-5 पर चीड़ जंगल के पास चट्टानें दरकने से बड़ा हादसा हो गया। चट्टानें गिरने से एचआरटीसी बस मलबे में दब गई। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, वहीं, दस लोगों को बचा लिया गया। अभी 15 से बीस लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। मौके पर रेस्क्यू चल रहा है।  ये बस किन्नौर जिले में मूरंग-हरिद्वार रूट की है। सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर रवाना हो गई थी। एनडीआरएफ को भी रेस्क्यू के लिए बुलाया गया थी। चट्टानें गिरने से कई वाहन मलबे में दब गए हैं। बस मलबे के साथ ही सड़क से नीचे खाई में गिर गई है। मलबे की चपेट में बस के साथ ट्रक भी आया।
प्रशासनिक जानकारी के अनुसार, बस के ड्राइ‌वर इस हादसे में बच गया। उसी ने हादसे के बाद घटना स्थल से जानकारी दी। हादसा दोपहर 12 बजकर 45 मिनट के आसपास हुआ। बस में 35 से 40 लोग सवार थे। किन्नौर के भावानगर के पास ये हादसा हुआ। बस मलबे के साथ खाई में गिर गई थी। साथ ही ट्रक भी खाई में गिरा। रेस्क्यू के दौरान 11 शव बरामद कर लिए गए हैं। करीब 10 लोगों को बचा लिया गया है। वहीं, अभी भी 15 से 20 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि 25 जुलाई 2021 को किन्नौर जिले के बटसेरी में सांगला-छितकुल मार्ग पर पहाड़ी से दरकी चट्टानों की चपेट में एक पर्यटक वाहन आ गया था। हादसे में टेंपो ट्रैवलर में सवार नौ पर्यटकों की मौत हो गई थी। हादसा इतना भयानक था कि वाहन को चट्टानों ने हवा में ही उड़ा दिया था और 600 मीटर नीचे बास्पा नदी के किनारे दूसरी सड़क पर जा गिरा था।
मृतकों में मां और पुत्र-पुत्री समेत 4 राजस्थान के, छत्तीसगढ़ के दो, महाराष्ट्र और दिल्ली का एक-एक पर्यटक था। सभी पर्यटक दिल्ली से ट्रैवल एजेंसी के वाहन में किन्नौर घूमने आए थे। पहाड़ी से गिरे बड़े पत्थर से बटसेरी स्थित बास्पा नदी पर बना 120 मीटर लंबा लोहे का पुल भी पलक झपकते ही धराशायी हो गया था।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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