उच्च शिक्षण संस्थाओं के छात्रों की भी सुन लो सरकार, भविष्य हो जाएगा खराबः श्वेता खंडूरी
उत्तराखंड में हरिद्वार और देहरादून में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले हजारों छात्रों का भविष्य दाँव पर लगा है । अशासकीय कालेजों को एचएनबी गढ़वाल (केन्द्रीय ) विश्व विद्यालय से असम्बद्ध करने से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों का बहुत बडा अहित होगा। साथ ही हजारों छात्र केन्द्रीय विश्वविद्यालय की डिग्री से वंचित हो सकते हैं। हरिद्वार और देहरादून में ही लगभग 70000 उच्च शिक्षार्थी हैं। यदि सरकार हरिद्वार और देहरादून के सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालयों का अनुदान रोकती है तो इस क्षेत्र के कई हजारों छात्रों की फीस दस गुना से बीस गुना तक बढ़ सकती है।
ऐसे में कई गरीब छात्र इतनी महंगी शिक्षा को प्राप्त करने में असहाय हो जाएंगे। दूसरी बात केन्द्रीय विश्वविद्यालय की डिग्री न मिलने के कारण उनकी डिग्रियों का एकदम से महत्व कम हो जाएगा। जिससे वे देश विदेश के छात्रों से प्रतिस्पर्धा में एक दम बैकफुट पर आ जाएंगे। यदि प्रदेश सरकार ने छात्रों के हित के साथ इतना बड़ा गेम खेला तो आने वाली पीढियाँ सदियों तक इस सरकार को पानी पी पीकर कोसेंगी और कभी भी माफ नहीं कर पाऐंगी।
श्वेता खंडूरी
शोध छात्रा, (डीवीएस कॉलेज , करनपुर देहरादून )
हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल (केन्द्रीय ) विश्व विद्यालय श्रीनगर गढ़वाल।