13 से हर घर तिरंगा, कोविड डोज का आंकड़ा 200 करोड़ पार, सीएम ने किया दिव्य हिमगिरी का विमोचन, बारिश को लेकर दिए निर्देश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम ‘हर घर तिरंगा’ में जनसहभागिता सबसे जरूरी है। इसके लिये व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कर लोगों विशेष रूप से युवाओं को प्रेरित करना है। यह जन जन का कार्यक्रम है। इसके लिये केंद्रीय सरकार व सभी राज्य सरकारों को मिलकर काम करना है। ‘घर घर तिरंगा अभियान’ की भावना को ग्राम स्तर तक ले जाना है। स्कूली बच्चों की प्रभात फेरियो का आयोजन किया जाए।
बताया गया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 13 अगस्त से 15 अगस्त तक देश भर में हर घर तिरंगा अभियान संचालित किया जाएगा। जन जन को इसमें भागीदारी के लिये प्रेरित किया जाएगा। लोग बढ चढकर उत्साह के साथ सहभागिता कर सकें, इसके लिए फ्लैग कोड में कतिपय संशोधन किये गये हैं। इसकी विस्तृत जानकारी राज्यों को प्रेषित की जा रही है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को ‘हर घर तिरंगा अभियान’ की तैयारी पूरी गम्भीरता व सर्वोच्च प्राथमिकता से करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की पहल पर देश की आजादी के 75 वी वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इससे देशवासियों में उत्साह का संचार हुआ है। युवाओं में देश के प्रति कर्तव्य भावना बलवती हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान में हमारे गैलेन्ट्री अवार्ड विजेताओं को शामिल किया जाए। प्रदेश में 20 लाख घरों में तिरंगा लोगों द्वारा स्वयं लगाया जाना है। इतने बड़े स्तर पर जन सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। खास तौर पर सोशल मीडिया का उपयोग किया जाए। सभी सरकारी वेबसाइट व सोशल मीडिया हैंडल का प्रयोग किया जाए।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में हर घर तिरंगा अभियान कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा बनाकर अविलंब तैयारियां शुरू की जाएं। इसमें सभी विभाग मिलकर काम करें। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व उनके परिवार जनों, स्वयं सेवी संस्थाओं, प्रबुद्ध जनों को भी कार्यक्रम से जोङा जाए। कांवङ यात्रियों को भी तिरंगा के लिए प्रेरित किया जाए। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव संस्कृति हरिचंद्र सेमवाल, निदेशक संस्कृति वीणा भट्ट व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कोविड की डोज का आंकड़ा 200 करोड़ के पार होना ऐतिहासिक
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में भारत में कोविड वैक्सीनेशन का सबसे बङा और सफल अभियान संचालित किया गया है। मुख्यमंत्री ने देश में कोविड की 200 करोड़ डोज का आंकड़ा पार करने को ऐतिहासिक बताते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में कोरोना योद्धाओं के अथक परिश्रम का परिणाम है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत सरकार की ओर से कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव का शुभारंभ किया गया है। इसके अंतर्गत 18 से 59 आयुवर्ग के सभी लाभार्थियों के लिए निशुल्क प्रीकॉशन डोज दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड की रोकथाम के लिये टीकाकरण जरूरी है। राज्य सरकार द्वारा इसके लिये सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के विरूद्ध लड़ाई में वैक्सीनेशन ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। सभी प्रदेशवासी जो भी 18 वर्ष से ऊपर है वो सभी कोविड प्रीकॉशन डोज अभियान का हिस्सा बनकर कोविड वैक्सीन अवश्य लगवाएं और अन्य लोगों को भी प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में हमने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना महामारी का डटकर मुकाबला किया। उनके नेतृत्व में भारत में कोविड वैक्सीनेशन का महाअभियान चलाया गया, साथ ही मानवता का परिचय देते हुए दुनिया भर में भारत द्वारा वैक्सीन बांटने का कार्य भी किया गया।
दिव्य हिमगिरी के 11वें वार्षिकांक का किया विमोचन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में दिव्य हिमगिरि के 11वें वार्षिकांक का विमोचन किया। इस अवसर पर दिव्य हिमगिरि के संपादक कुंवर राज अस्थाना, वरिष्ठ पत्रकार नवीन थलेड़ी, पत्रकार मोनिका डबराल, पूनम आर्या, राजा डोगरा के अलावा दून डिफेंस अकादमी के निदेशक संदीप गुप्ता, सीए सपन गुप्ता, समाजसेवी राकेश त्यागी, डॉ. अश्वनी कंबोज, डॉ. संजय अग्रवाल, डॉ. सुमित उपस्थित थे।
प्रदेश में भारी वर्षा को लेकर सीएम ने जिलाधिकारियों को दिये निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में मौसम विभाग द्वारा दी गई भारी वर्षा की चेतावनी के दृष्टिगत सभी मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को आपदा से संबंधित किसी भी चुनौती से निपटने के लिए हर समय तैयार रहने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन की दृष्टि से हर स्तर पर सतर्कता बरती जाए, इस सम्बन्ध में सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने के भी उन्होंने निर्देश दिये हैं।
जिओ टैगिंग के साथ संवेदनशील स्थलों पर जेसीबी तैनात
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की दृष्टि से जिओ टैगिंग के साथ तैनात जेसीबी को हर समय तैयार रखा जाय। आपदा से सम्बन्धित संभावित स्थलों पर इनकी पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए। ताकि बंद रास्तों को तुरंत खोला जा सके।
एसडीआरएफ की टीमें तैनात
मुख्यमंत्री ने कहा कि एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। किसी भी आपदा की स्थिति में कम से कम रेस्पोंस टाईम में बचाव व राहत कार्य संचालित हों। बारिश या भूस्खलन से सड़क, बिजली, पानी की आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में कम से कम समय में आपूर्ति सुचारू की जाय।
मुख्यमंत्री की लोगों से अपील, नदियों के करीब न जाएं
मुख्यमंत्री ने पर्यटकों और जनसामान्य से भी अपील की है कि भारी बारिश की सम्भावना को देखते हुए नदियों एवं बरसाती नालों की तरफ न जाए।
अगस्त तक का खाद्यान्न गोदामो ने भेजा जा चुका
वर्षाकाल में अत्यधिक वर्षा की सम्भावना के दृष्टिगत राज्य में पर्वतीय जनपदों में 69 खाद्यान्न गोदाम चिन्हित हैं। जिनमें सड़क मार्ग के बन्द होने की सम्भावना होती है। ऐसे समस्त 69 खाद्यान्न गोदामों में वर्षाकाल हेतु 03 माह (जून जुलाई, अगस्त, 2022) के अग्रिम खाद्यान्न का प्रेषण किया जा चुका है।
विभिन्न मार्गों पर 396 जेसीबी, पोकलैण्ड तैनात
लोक निर्माण विभाग द्वारा मानसून काल में संचालित मार्गों के बंद होने की स्थिति में खोलने हेतु विभिन्न मार्गों पर कुल 396 मशीनों (जे.सी.बी., पोकलेन, रोबोट आदि) की तैनाती की गई है।
सिंचाई विभाग द्वारा नदियों के जलस्तर की लगातार मॉनिटरिंग
सिंचाई विभाग द्वारा प्रत्येक जनपद में बाढ़ नियंत्रण कक्ष तथा देहरादून में केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गयी है। सिंचाई विभाग द्वारा 23 स्थानों पर नदियां तथा 14 स्थानों पर बैराज / डैम पर जलस्तर तथा डिस्चार्ज की निगरानी की जा रही है। सिंचाई विभाग द्वारा विभिन्न जिलों में 113 राजस्व बाढ़ चोकियों स्थापित की गयी है।
पेयजल व बिजली आपूर्ति के लिए पर्याप्त व्यवस्था
उत्तराखण्ड जल संस्थान की ओर से कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गयी है। दैवीय आपदा से सम्बन्धित क्षति को दृष्टिगत करते हुये पेयजल योजनाओं के तत्काल पुनर्स्थापना हेतु 86.31 कि.मी जी.आई पाईप एवं 110.62 कि.मी एच.डी.पी.ई. पाईप कुल 196.93 कि.मी पाईप शाखाओं में बफर के रूप में उपलब्ध करा दिये गये है। आपदा की स्थिति में विभिन्न शाखाओं में पेयजल उपलब्ध कराये जाने हेतु 71 विभागीय टैंकर उपलब्ध हैं एवं किराये के 219 पेयजल टैंकर चिन्हित हैं।
बिजली विभाग भी तैयार
उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा राज्य के 13 जिलों में अबाधित विद्युत् आपूर्ति करने के लिए पूर्ण व्यवस्था की गयी है। हर जिले में स्थापित स्टोर सेंटर पर विद्युत सामग्री प्रचुर मात्रा में उपलबध है एवं ऋषिकेश में गढ़वाल क्षेत्र का मुख्य स्टोर है और हल्दवानी में कुमाऊँ क्षेत्र का मुख्य स्टोर है जहां पर समस्त सामग्री पहुंचाई जा चुकी है। दोनों गढ़वाल और कुमाऊँ मंडल को मिलाकर स्टोर्स की संख्या 17 है। जिसमे ट्रांसफार्मर की संख्या 796, पोल्स की संख्या 8650 अथवा 3769 किलोमीटर का कंडक्टर दोनों गढ़वाल और कुमाऊँ मंडल को मिलाकर उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त अन्य आवश्यक सामान भी उपलब्ध कराये गए है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखण्ड विभाग द्वारा राज्य के 13 जिलों में 24×7 चिकित्सा उपचार करने हेतु पूर्ण व्यवस्था की गई है। हर जिले में स्थापित सभी चिकित्सालयों में डॉ०, पैरामेडिकल स्टाफ, दवाईयां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। 108 एम्बुलेंस हर जिले में तैनात हैं। इसके साथ ही हर जिले / मुख्यालय में नोडल एवं सह नोडल अधिकारी तैनात हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।